
पडोसी जिला छतरपुर कोतवाली में पदस्थ आरक्षक बालमकुन्द्र प्रजापति को सूचना मिली कि शहर के परवारी मुहल्ला में कुछ लोग जुआ रहे है और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने फिराक में देशी तमंचा लेकर घूम रहे है। सूचना मिलते ही आरक्षक हमराहियों के साथ घटना स्थल की ओर रवाना हुये। जैसे ही जुआ खेल रहे आरोपियो को पुलिस की भनक लगी तभी आरोपियो ने पुलिस पर गोली चला दी।
गोली सीधे आरक्षक बालमकुन्द्र के सीने में जा लगी जिससे उनकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। आरक्षक के पार्थिव शरीर को उनके पैतिृक शहर टीकमगढ लाया गया। शहीद को गार्ड आॅफ आॅनर के बाद, शहीद को सलामी दी गई। अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे। आईजी सतीश सक्सेना ने कहा कि शहीद की सहादत हम बेकार नही जाने देगे।