शादीशुदा औरत के नाजायज रिश्ते की कहानी, 5 हत्याएं और 7 जिंदगियां बर्बाद

अलवर। एक शादीशुदा औरत के नाजायज रिश्ते ने दिल दहलाने वाला हत्याकांड करवा दिया। इस खूबसूरत सी महिला का नाम संतोष देवी है। पुलिस ने दावा किया है कि इसने अपने पति एवं 4 बच्चों की हत्या करवा दी। मारे गए बच्चों में 3 बच्चे संतोष देवी के ही हैं। यह सबकुछ इसने इसलिए किया क्योंकि यह करवाचौथ का व्रत अपने प्रेमी के लिए रखना चाहती थी, पति के लिए नहीं। पुलिस ने महिला, उसके प्रेमी और 2 सुपारी किलर्स को गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड के बाद परिवार में बूढ़े दादा दादी एवं एक मासूम बच्चा शेष रह गए हैं। कुल मिलाकर एक नाजायज रिश्ते ने 5 हत्याएं करवा दीं और 7 जिंदगियां बर्बाद हो गईं। 

पुलिस की कहानी के अनुसार मृतक बनवारी लाल और उसके छोटे भाई मुकेश की शादी करीब 18 साल पहले ठेरा थाना रैणी निवासी ब्रजमोहन शर्मा की बेटियों से हुई थी। बनवारी की शादी संतोष देवी के साथ और मुकेश की शादी कविता के साथ हुई। संतोष शादी के बाद गांव में तीन चार साल ही रही। अपने पति बनवारी लाल को फैक्ट्री मे काम कराने अलवर ले गई। गांव में कोई शादी-त्यौहार होता तो संतोष आती थी। जांच में पता लगा कि संतोष के हनुमान प्रसाद जाट से प्रेम प्रसंग चल रहा है। हनुमान प्रसाद जाट उदयपुर से बीपीएड कर रहा है। संतोष ताइक्वांडो सिखाती थी। दोनों की ढाई साल पहले दोस्ती हुई थी। यह दोस्ती नाजायज रिश्तों में बदल गई।

प्रेमी के साथ रहने के लिए संतोष ने ही अपने तीन बेटे, भतीजे और पति की हत्या करवा दी। पुलिस ने इस मामले में संतोष उसके प्रेमी बड़ौदामेव निवासी हनुमान प्रसाद जाट(25), गुजूकी निवासी कपिल धोबी (19) तथा डीग के पांडव मोहल्ला हाल गुजूकी निवासी दीपक धोबी को गिरफ्तार किया है। बेटे और चार पोतों की हत्या के बाद गांव के मकान में मुरारीलाल के पास दुख जताने वालों का आना-जाना लगा हुआ है। शनिवार शाम पुलिस ने पांच हत्याओं की वारदात का खुलासा किया तो गांव के समाजसेवी महेंद्र चौधरी ने मुरारी को यह खबर दी।

गांव में सन्नाटा, मन में गुस्सा
बनवारी और 4 बच्चों की हत्या के बाद गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा है, लेकिन शनिवार को हत्याकांड में पत्नी संतोष के हाथ होने की बात सामने आने पर लोगों में गुस्सा नजर आया। गांव के लोग पहले ही संतोष पर संदेह जता रहे थे। पुलिस जांच में इसकी पुष्टि हो गई।

बाबा बुजुर्ग, पोता नासमझ
मुलाकात करने आने वाले हर व्यक्ति की जुबां पर बस यही बात है कि एक बेटा मर गया, दूसरे का अता-पता नहीं। अब 80 साल के बुजुर्ग दंपती कब तक इस अबोध को संभाल पाएंगे। पूरा परिवार तबाह हो गया। हत्या के बाद से ही मुरारीलाल बस एक ही रट लगाए हुए हैं, भगवान ऐसा मैंने कौन सा पाप कर दिया, जिसकी मुझे इतनी बड़ी सजा मिली है। सरपंच रमेश परेवा, समाजसेवी महेंद्र चौधरी और शिवलाल पटवारी ने मांग कि है कि विनय, दादा और दादी को सरकार आर्थिक सहायता दे, ताकि उनका परिवार चल सके।

संतोष बोली मैं बेकसूर हूं, मुझे तो फंसाया जा रहा हैं
अपने पति बनवारी लाल सहित तीन बेटे मोहित, हैप्पी, अज्जू एवं छोटी बहन के बेटे निक्की की हत्या आरोपी महिला संतोष का कहना था कि वह निर्दोष है और उसे तो फंसाया जा रहा है। उसने कहा कि आरोपी हनुमान प्रसाद जाट से उसके अवैध संबंध नहीं हैं। हनुमान व उसके साथियों ने ही उसके पति व बेटों को मारा है। उन्हीं से पूछो उन्होंने उन्हें क्यों मारा है। मैं तो बेकसूर हूं।

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