
रियान इंटरनेशनल स्कूल में 2nd क्लास में पढ़ने वाले मासूम की मौत से गुस्साए अभिभावकों ने प्रदर्शन करते हुए गुरुग्राम पुलिस को आमरण अनशन की चेतावनी दी। प्रदर्शन कर रहे एक शख्स ने कहा कि अभिभावकों को पुलिस की कार्यशैली पर जरा भी विश्वास नहीं है।
गुरुग्राम के रियान इंटरनेशनल स्कूल में बच्चे की मौत के मामले में मृतक के पिता के साथ सैकड़ों अभिभावकों ने पुलिस कमिश्नर के दफ्तर का घेराव किया। उनकी मांग है कि स्कूल के खिलाफ भी हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। इस बीच हरियाणा के डीजीपी के मुताबिक इस केस में संदिग्ध के तौर पर बस कंडक्टर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस आशंका जता रही है कि मासूम के कत्ल की साजिश पूर्व नियोजित थी।
उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि प्रबंधन मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रहा है। लिहाजा केस की निष्पक्ष जांच के लिए स्कूल के खिलाफ भी मामला दर्ज होना चाहिए। अभिभावकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर स्कूल के खिलाफ केस दर्ज नहीं होगा तो वह लोग आमरण अनशन करेंगे।
पुलिस ने स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों से पूछताछ की। पुलिस ने स्कूल परिसर में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि आखिर 7 साल के मासूम का कौन दुश्मन हो सकता है, जो इतनी बेरहमी से उसकी हत्या कर सकता है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बच्चे की हत्या पूर्व नियोजित तरीके से की गई। सूत्रों की मानें तो हत्या में नए चाकू का इस्तेमाल किया गया है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि मासूम की हत्या के मकसद से ही यह चाकू खरीदा गया था। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में स्कूल के बस ड्राइवर, कंडक्टर और एक अन्य स्टाफ को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।