
एसपी (नार्थ) हेमंत चौहान ने बताया कि छिंदवाड़ा जिला न्यायालय में हत्या करने के बाद फरार हुए आरोपियों के भोपाल के आसपास होने की जानकारी मिली थी। इस आधार पर छिंदवाड़ा पुलिस उनका जीप से पीछा कर रही थी। रात करीब 11:30 बजे ईंटखेड़ी क्षेत्र स्थित डोबरा जोड़ के पास बने आयुष ढाबे पर एक टिरानो गाड़ी खड़ी दिखी।
उसमें फरार आरोपी नरेंद्र पटेल उसका भाई सुरेंद्र पटेल, अंकित माटा व एक अन्य युवक बैठे था। आरोपियों की तस्दीक होने पर जीप से उतरकर थानेदार दीपक यादव ने टिरानो के चालक पर पिस्टल तान दी और गाड़ी से उतरने को कहा। इस बीच गाड़ी में पीछे की सीट पर बैठे युवक ने थानेदार की भरी हुई पिस्टल छीन ली और फरार हो गए।
रातभर सर्चिंग करने के बाद की रिपोर्ट
ईंटखेड़ी थाना प्रभारी चैनसिंह रघुवंशी ने बताया कि छिंदवाड़ा पुलिस ने तत्काल अपराधियों की गाड़ी का पीछा किया। स्थानीय पुलिस और गांव वालों की मदद से आरोपियों की काफी तलाश की, लेकिन उनका कुछ भी पता नहीं चला। सुबह सूखी सेवनिया इलाके में मुंगालिया कोट के पास आरोपियों की टिरानो गाड़ी लावारिस मिल गई। पुलिस ने एसआई दीपक यादव की शिकायत पर आरोपी नरेंद्र पटेल, सुरेंद्र पटेल, अंकित माटा और एक अन्य के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और पिस्टल लूटने का केस दर्ज कर लिया है।
भाजपा नेता को कोर्ट परिसर में मारी थी गोली
छिंदवाड़ा के भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष अखलाख कुरैशी पर शिवसेना शहर प्रमुख नरेंद्र पटेल पर जानलेवा हमले का आरोप था। इस मामले में कोर्ट में 4 अगस्त को पेशी थी। अखलाख कोर्ट परिसर में पहुंचा था, तभी शिवसेना महानगर अध्यक्ष प्रशांत साहू, नरेंद्र पटेल और अन्य साथियों ने अखलाख की गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी।