
सोने में यह तेजी डॉलर के 2015 से अब तक के सबसे कमजोर स्तर पर आने और उत्तर कोरिया-अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने के मद्देनजर मांग निकलने की वजह से आई थी। वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली के बाजार में शनिवार को हाजिर चांदी के दाम 42,000 रुपए किलो पर स्थिर रहे। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का ढालने वालों की ओर से छिटपुट पूछताछ निकलने से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शुक्रवार को हाजिर सोने की कीमत एक साल के उच्चतम स्तर 1,357.64 प्रति औंस तक पहुंच गई थी, लेकिन बाद में यह कायम नहीं रह पाई। अंतत: इसकी कीमत 0.95 डॉलर की गिरावट के साथ 1,346.55 डॉलर प्रति औंस पर रही। वहीं, हाजिर चांदी की कीमत भी 0.14 डॉलर की गिरावट के साथ 17.92 डॉलर प्रति औंस रही।
आने वाले हफ्ते दोबारा 31 हजारी हो सकता है सोना
कारोबारियों के मुताबिक, हफ्ते के आखिर में ग्राहकी कमजोर रहने और वैश्विक दबाव में घरेलू बाजार में सोने की कीमत में कमजोरी देखने को मिली है। लेकिन त्योहारी सीजन को देखते हुए आने वाले हफ्ते में सोना महंगा होकर दोबारा 31,000 रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंच सकता है।