भोपाल। मप्र के शिक्षामंत्री विजय शाह का विवादों से गहरा नाता है। कभी द्विअर्थी भाषण तो कभी इतिहास का सामान्य ज्ञान उन्हे अक्सर विवादों में ले आता है। अब एक नया मामला सामने आया है। मप्र के शिक्षामंत्री सरस्वती का अपमान भी करते हैं। सोशल मीडिया में एक फोटो वायरल हो रहा है जिसमें विजय शाह अपने पैरों में कलम दबाए हुए हैं। हिंदू धर्म में कलम को मां सरस्वती का रूप कहा जाता है। आरएसएस भी कलम को सरस्वती का रूप मानकार उसको सम्मान देता है। सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद तीखे आलोचनाएं की जा रही हैं। यह तस्वीर चुनाव प्रचार के दौरान की हैं।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई है जिसमे मंत्री विजय शाह अपने पैर की ऊँगली में कलम को दबाएं हुए हैं। शिक्षा की शुरुआत एक कलम से ही होती है, इसीलिए कलम को कभी पैरों में नहीं रखा जाता लेकिन प्रदेश के शिक्षा मंत्री खुद कलम का अपमान कर रहे हैं और बिंदास नाश्ता करने में लगे हुए हैं।
ऐसे ही कई कारनामों के कारण शिक्षा मंत्री विवादों में रह चुके हैं। हाल ही में उन्होंने आजाद हिंद फौज के संस्थापक सुभाष चंद्र बोस के नारे 'तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा' को स्वतंत्रता संग्रामी बाल गंगाधर तिलक का बताया था। शिक्षा मंत्री एक कार्यक्रम के दौरान बाल गंगाधर तिलक की वेशभूषा एवं पगड़ी पहने शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि बाल गंगाधर तिलक भी ऐसी ही पगड़ी पहना करते थे।