
इंदौर संभाग के आयुक्त संजय दुबे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया ‘मेधा एवं अन्य आंदोलनकारियों को प्रशासन ने धरना स्थल से उठा दिया है, क्योंकि उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा था।’ हालांकि, अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि इन लोगों को धरना स्थल से उठा कर कहां ले जाया गया है।
सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र के प्रभावितों के लिए उचित पुनर्वास की मांग को लेकर मेधा अपने 11 अन्य साथियों के साथ मध्यप्रदेश के धार जिले के चिखल्दा गांव में 27 जुलाई से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठी थीं और आज उनके अनशन का 12वां दिन था।