नई दिल्ली। डोकलाम मुद्दे पर भारत को हमले की धमकी दे चुके चीन ने भारत में रह रहे अपने नागरिकों को एडवाइजरी जारी कर दी है। यूं तो यह एक सामान्य एडवाइजरी दिखती है परंतु इसमें छिपे कुछ संदेश भी हो सकते हैं। शायद चीन हमले की पूर्व सूचना भेजी है। या फिर चीन किसी दूसरे तरह का हमला करने वाला है और उसने अपने नागरिकों को इसके लिए सतर्क कर दिया है। शायद चीन को आभाष हो गया है कि बौखलाकर भारतीय नागरिक उन पर हमला कर सकते हैं। डोकलाम मामले में चीन की तरफ से मोर्चा संभाल रहे चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने इस एडवाइजरी को ट्विटर पर शेयर किया है। ट्वीट में कहा गया है कि 'भारत में रह रहे सभी चीनी नागरिक अपनी सुरक्षा को लेकर चौकन्ने रहे।' चीन ने कहा है कि भारत में वह आपदा और बीमारियों से भी खुद को सुरक्षित रखें।
क्या संकेत हो सकते हैं एडवाइजरी में
- चीन ने अपने नागरिकों से कहा है कि 'अपनी सुरक्षा को लेकर चौकन्ने रहे।' तो क्या चीन सैनिक हमला करने वाला है और उसने संकेत दिया है कि अपनी सुरक्षा के बंदोबस्त कर लें। शायद उसे अंदेशा है कि वो जो भी कदम उठाने वाला है उसके बाद भारत के नागरिक यहां रह रहे चीन के नागरिकों पर हमला कर सकते हैं।
- चीन ने यह भी कहा है कि 'आपदा और बीमारियों से भी खुद को सुरक्षित रखें।' तो क्या चीन भारत पर जैविक हमला करने वाला है या फिर कुछ ऐसा जिससे आपदा या संक्रामक रोग फैलेंगे। इसीलिए उसने अपने नागरिकों को पहले से ही सतर्क कर दिया है। ताकि वो सुरक्षित रहें या फिर समय रहते भारत छोड़कर निकल जाएं।
Chinese Embassy in India reminds Chinese citizens in India to pay attention to personal safety, local security situation pic.twitter.com/T8kERlEbSP— Global Times (@globaltimesnews) August 24, 2017
क्या है डोकलाम विवाद
भारत और चीन के बीच ये विवाद 16 जून को तब शुरू हुआ जब इंडियन आर्मी ने डोकलाम एरिया (जो भूटान, भारत के पूर्व सिक्किम जिला, और चीन के यदोंग काउंटी के बीच में है) में चीनी सैनिकों को सड़क बनाने से रोक दिया था। जबकि चीन का कहना है कि वह अपने इलाके में सड़क बना रहा है। इस विवादित क्षेत्र को भारत 'डोका ला' नाम से बुलाता है जबकि भूटान इसे डोकलाम और चीन इसे 'डोंगलांग' रीजन का हिस्सा मानता है। जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक भारत और चीन का 3488 km लंबा बॉर्डर है, जिसका 220 km हिस्सा सिक्किम में आता है।