
बैतूल एसडीओपी ज्योति उमठ के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी। बैतूल एसपी डीआर तेनीवार ने बताया कि आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया है। एसपी बताया कि आरोपी के पिता का लिवर खराब है। जिससे उनकी तबियत खराब रहती है। उनके इलाज के लिए पैसों की बहुत जरुरत थी। इसी कारण आरोपी चोरी करता था। जिन बाइकों का लॉक खराब होता था, आरोपी और उसके साथी उन्हीं को निशाना बनाते थे।
पुलिस उसे न्यायालय में पेश करेगी। वो पेशेवर चोर नहीं है इसलिए कानून की खामियों का फायदा भी नहीं उठा पाएगा। हो सकता है जेल भेज दिया जाए। वहां जिस पिता के लिए उसने चोरियां कीं, अब उनका इलाज हो पाएगा या नहीं, यह भी बड़ा सवाल है। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि उन लोगों को गिरफ्तार करने के लिए कोई कानून क्यों नहीं बनाया गया जिनके कारण सरकार की स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गईं और प्राइवेट इलाज इतना महंगा हो गया कि एक युवक को चोर बनना पड़ा।