गुरमीत हाथ जोड़े खड़ा था, समर्थकों ने 5 राज्यों में हिंसक प्रदर्शन किए

नई दिल्ली। साध्वियों से दुष्कर्म मामले में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह कोर्ट में हाथ जोड़े खड़ा रहा। जब कोर्ट ने उसे बताया कि आपका दोष सिद्ध हो गया है। आप बलात्कारी माने जाते हैं और आपके खिलाफ सजा तय की जाएगी तो वो गुरमीत रो पड़ा परंतु जैसे ही यह खबर कोर्ट परिसर से बाहर आई, उसके समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिए। 5 राज्यों में हजारों करोड़ की संपत्ति जला दी गई। यहां तक कि दिल्ली में एक रेल भी जला दी गई। 31 लोग मारे गए, 250 से ज्यादा घायल हुए। पंजाब-हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और यूपी में हिंसक प्रदर्शन किए गए। 

पंचकूला में जमे डेढ़ लाख डेरा समर्थक 3 घंटे तक हिंसा करते रहे। 31 लाेग मारे गए। 250 से ज्यादा घायल हैं। दिल्ली में एक ट्रेन के दो खाली डिब्बे जला दिए गए। यूपी के लोनी में भी हिंसा हुई। पंचकूला के अलावा पंजाब के पटियाला, फाजिल्का, फिरोजपुर, मानसा व बठिंडा में कर्फ्यू लगा दिया गया। हिंसा से नाराज पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरे की संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई को कहा है। इससे पहले सुनवाई में गुरमीत जज के सामने हाथ जोड़े खड़ा रहा। जज जगदीप सिंह ने जब दोषी ठहराया तो रो पड़ा। बाद में उसे हेलिकॉप्टर से रोहतक ले जाया गया। सोमवार को सजा की घोषणा होगी।

श्रीगंगानगर में तीन दफ्तर फूंके, हनुमानगढ़ में बाजार बंद, सभी डेरों पर पुलिस तैनात
हंगामे का असर राजस्थान पर भी दिखा। हरियाणा से गुजरने वाली ट्रेनें और करीब 400 बसें रद्द कर दी गई हैं। रद्द ट्रेनों में उत्तर-पश्चिम रेलवे की 10 ट्रेनें हैं। जम्मूतवी पूजा एक्सप्रेस दोनों तरफ से रद्द की गई है। श्रीगंगानगर में बिजली विभाग के एईएन कार्यालय, लेबर कोर्ट व चहल चौक में एक बोलेरो फूंक दी गई। हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर मेंं बाजार बंद हो गए। दोनों जिलों में 25 डेरे हैं। इसके अलावा एक डेरा जयपुर जिले में है। सभी डेरों पर यहां पुलिस तैनात की गई है। सरकार ने हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर में आरएसी की चार-चार कंपनियां तैनात की हैं। हरियाणा-पंजाब के रास्तों पर नाकाबंदी भी की गई है। 

खबर छपते ही अखबार के संपादक को मार दिया था
1948 में स्थापित डेरा सच्चा सौदा की गद्दी पर गुरमीत 1990 में बैठा। उम्र 23 साल थी। उसने तेजी से संपत्ति, समर्थक और सियासी रसूख बढ़ाए। पर मई 2002 में डेरे की साध्वी बहनों ने दुष्कर्म के आरोप लगाए। साध्वी ने तब के पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को बेनामी चिट्‌ठी लिखी। कॉपी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को भी भेजी। जांच हो ही रही थी कि 10 जुलाई 2002 को डेरे के मैनेजर रहे रणजीत की हत्या हो गई। डेरे को शक था कि रणजीत ने बहन से चिट्ठी लिखाई है। 24 सितंबर 2002 को सीबीआई जांच के आदेश हुए। इस दौरान सिरसा से छपने वाले अखबार में दुष्कर्म और रणजीत की हत्या पर रिपोर्ट छपने लगी। अक्टूबर 2002 में अखबार के संपादक रामचंद्र छत्रपति की भी हत्या कर दी गई।

पीएम को लिखी बेनामी चिट्ठी पर हुई इतनी बड़ी कार्रवाई
साध्वी ने बिना नाम बताए तब के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और हाईकोर्ट को चिट्ठी लिखकर गुरमीत सिंह पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे। जांच सीबीआई ने की।

2 हाईकोर्ट ने 2 दिन में 5 बार सुनवाई की
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने 2 दिन में 5 बार सुनवाई कर सरकार की जिम्मेदारी निभाई। कोर्ट ने नेताओं से कहा कि वे मौके पर न जाएं। न बयान दें। नहीं तो कार्रवाई होगी।

ऐसा एहतियात, 3 राज्योंं की सीमा सील
पंजाब, हरियाणा, राजस्थान की सीमा सील। बड़े इलाके में बिजली काटी। हेलिकाॅप्टर और ड्रोन से निगरानी। हरियाणा जाने वाली 200 ट्रेनें रद्द की गईं।

चैनलों की ओवी वैन भी फूंकी
यहां 3 घंटे की हिंसा के दौरान डेढ़ सौ गाड़ियां फूंक दी गईं। सबसे ज्यादा हमला पत्रकारों और उनकी गाड़ियों पर हुआ। चैनलों की 3 ओवी वैन भी फूंकी गईं।

चार साल में तीसरा बाबा जेल पहुंचा, एक पुलिस मुठभेड़ में मारा गया
आसाराम: (कथावाचक, संचालक आसाराम आश्रम)
आरोप: नाबालिग लड़की से दुष्कर्म और यौन शोषण के आरोप।
2 सितंबर 2013 से जेल में बंद

रामपाल: (प्रमुख, सतलोक आश्रम-बरवाला-हिसार, हरियाणा) 
आरोप: देशद्रोह, हत्या का प्रयास और हिंसा भड़काना
19 नवंबर 2014 से जेल में बंद

रामवृक्ष यादव: (प्रमुख, स्वाधीन भारत सुभाष सेना, मथुरा)
आरोप: सरकरी संपत्ति पर कब्जा 2 जून 2016 मुठभेड़ में मौत। एसपी व थाना इंचार्ज की भी मौत।

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