भोपाल। ज्योतिष का लोहा गाहे बगाहे सबको मानना ही पड़ता है। अज्ञानी इसे चमत्कार कहते हैं जबकि बुद्धिजीवियों को पता है कि यह एक विशुद्ध विज्ञान है। एक ऐसा विज्ञान जहां तक दुनिया के कई वैज्ञानिक अभी भी नहीं पहुंच पाए हैं। अब मप्र सरकार भी मान गई है कि 9 ग्रह, 12 राशियां और 27 नक्षत्र मानव के शरीर को प्रभावित करते हैं। अत: शिवराज सिंह सरकार ने तय किया है कि मरीजों का इलाज डॉक्टर करेंगे लेकिन दवाएं देने से पहले मरीज की जन्मपत्रिका का अध्ययन ज्योतिषी करेंगे और ज्योतिषीय उपाय भी बताएंगे।
एक साप्ताहिक मैग्जीन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक यह सेवा सितंबर से शुरू होगी, जो सप्ताह में दो बार दो से तीन घंटे की सेवाएं होंगी। सभी ज्योतिषी मरीजों की कुंडली और 'जीवनरेखा' के अनुसार उन्हें सलाह देंगे। भोपाल में राज्य सरकार की संस्था, महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान (एमपीएसएस) द्वारा ज्योतिषियों को ये मौका मिलेगा।
इतना ही नहीं, न्यू इंडियन एक्सप्रेस रिपोर्ट के अनुसार, जिस तरह ओपीडी में सीनियर्स डॉक्टर्स की मदद के लिए जूनियर डॉक्टर्स मौजूद होते हैं ठीक उसी तरह इस नई और अनोखी योजना में भी वरिष्ठ ज्योतिषी नए व युवा ज्योतिषियों को प्रशिक्षित करेंगे। महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के निदेशक पी आर तिवारी ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि रोगियों को इस सेवा के लिए ज्योतिषियों के पास 5 रूपए का पंजीकरण शुल्क का भुगतान करना होगा।