
ग्रुप में यह संदेश आते ही सन्नाटा पसर गया और उसके बाद जो उबाल आया तो थमने का नाम ही नहीं ले रहा। हालांकि उन्होंने खेद व्यक्त कर दिया है। अपने मातहत अधिकारियों के जरिए मामले को मीडिया की सुर्खियां बनने से रोकने की कोशिश भी की गई। सफाई पेश की है, कि उनके पास फारवर्डेड मैसेज था, जो गलती से ग्रुप पर सेंड हो गया। लेकिन कहते हैं ना कि तीन कमान से और मैसेज मोबाइल से निकलने के बाद वापस नहीं आते।
पोस्ट होशंगाबाद से निकल पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना
नर्मदापुरम संभाग के कमिश्नर उमाकांत उमराव की यह पोस्ट होशंगाबाद से निकल पूरे प्रदेश और देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। हालांकि कमिश्नर ने अगले ही मिनट गलती से पोस्ट होने बताकर ग्रुप में सभी से उसे डिलीट और इग्नोर करने को कहा लेकिन बात निकली है तो दूर तलक भी जा रही है।