भोपाल के मोहित और बैतूल वाली किरण की LOVE STORY का दु:खद अंत

बैतूल। यहां एक प्रेमी युगल ने इसलिए सुसाइड कर लिया क्योंकि उनका प्यार उनके परिवारों को स्वीकार नहीं था। स्कूल टाइम से एक दूसरे के हो चुके मोहित और किरण किसी भी कीमत पर ना तो अपने परिवार को छोड़कर घर बसाने के लिए तैयार थे और ना ही परिवार के लिए एक दूसरे को छोड़कर जाने के लिए। अंतत: उन्होंने तीसरा रास्ता चुना जो दोनों परिवारों को पछतावा और दर्द दे गया। पहले मोहित ने सुसाइड किया और जैसे ही किरण को पता चला उसने भी फांसी लगा ली। किरण के सुसाइड नोट से पता चला कि दोनों में दूसरे के प्रति कितना प्यार था। 

मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार की शाम बैतूल के सदर इलाके में मोहित साहू नाम के एक युवक का शव फंदे पर लटका मिला। इस मामले की जांच शुरू भी नहीं हो पाई थी कि गुरुवार सुबह किरण काले नाम की एक कॉलेज छात्रा ने भी सुसाइड कर लिया। दोनों के संबंधों का खुलासा किरण के सुसाइड नोट से हुआ। पुलिस इस मामले में दोनों के परिजनों से पूछताछ कर रही है।

परिवार शादी के लिए राजी नहीं थे
पुलिस के मुताबिक, भोपाल में रहने वाले मोहित के परिजन उसे भोपाल वापस बुलाना चाहते थे, लेकिन किरण के प्रेम में पड़ा मोहित वहां जाना नहीं चाहता था। मोहित और किरण बचपन के दोस्त थे और एक दूसरे से शादी करना चाहते थे लेकिन, दोनों के परिवार इस बात पर राजी नहीं थे। इस तनाव भरे माहौल में पहले मोहित ने आत्महत्या की। 

कभी पता ही नहीं चलने दिया
मोहित एक मेडिकल स्टोर में काम कर रहा था और प्रियंका एक प्राइवेट कॉलेज में बीएससी सेकेंड इयर की स्टूडेंट थी। दोनों ने अपने रिश्तों का खुलासा कभी नहीं होने दिया। दोनों की मौत के बाद ये मालूम चल सका कि दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं। थाना प्रभारी एसआर झा ने बताया किरण के सुसाइड नोट में मोहित के साथप्रेम संबंध की बात लिखी है। उसने लिखा में मोहित के बिना नहीं जी सकती। इसीलिए आत्महत्या कर रही हूं। मोहित के सिवा मेरा कोई नहीं है।

स्कूल टाइम में शुरू हुआ था प्यार 
प्रभातपट्टन के ग्राम ढाबला निवासी किरण काले इटारसी रोड सदर क्षेत्र में एक किराए के मकान में रहती थी। बैतूल के एक निजी कॉलेज की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। मोहित खेड़ीकोर्ट का रहने वाला था। किरण भी पहले अपने रिश्तेदारों के यहां खेड़ीकोर्ट में रहकर ही पढ़ती थी। मोहित और किरण के बीच खेड़ीकोर्ट में एक साथ पढ़ाने के दौरान दोस्ती हुई थी। इसके बाद किरण कॉलेज की पढ़ाई के लिए बैतूल आ गई। मोहित भी बैतूल आकर एक मेडिकल स्टोर्स में काम करने लगा था।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !