नई दिल्ली। बिहार में बीजेपी नेता कृष्णा शाही की हत्या का खुलासा हो गया है। पुलिस ने हत्या के आरोपी आदित्य राय को गिरफ्तार कर लिया है। आदित्य राय भी भाजपा नेता है और कृष्णा शाही का खास समर्थक है। अपने इकबालिया बयान ने आदित्य ने बताया कि कृष्णा शाही ने उसकी बहन से अवैध संबंध बना लिए थे। इसलिए उसने नेताजी की हत्या कर दी। पुलिस ने बुधवार को गोपालगंज में बीजेपी नेता कृष्णा शाही का शव एक कुएं से बरामद किया था। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान आदित्य राय ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इससे पहले शाही की हत्या को एक पॉलिटिकल किलिंग माना जा रहा था। शाही के भाई ने विधायक पप्पू पांडे पर हत्या का आरोप लगाया था।

राय ने आगे बताया, बीते दिनों जब कृष्णा उनके घर गया तो कृष्णा उसकी बहन से फोन पर बात कर रहा था। उसने दोनों की बातचीत सुन ली थी। भाजपा नेता ने कार्यकर्ता की बहन से कहा कि वो रात 12 बजे उसके घर आएगा। यह सुनते ही आदित्य आग बबूला हो गया और उसने अपने आदर्श भाजपा नेता की हत्या करने की ठान ली।
आदित्य कीटनाशक की दुकान से जहर खरीद कर लाया। रात 12 बजे कृष्णा आदित्य के घर पहुंचा। आदित्य ने जब दरवाजा खोला तो कृष्णा पुलिस से झगड़ा होने का बहाना बनाते हुए देर रात उसके घर आने की बात कहने लगा। पुलिस के छापे के डर से उसने रात में वहीं रुकने की बात कही। आदित्य ने सबकुछ जानते हुए भी भाजपा नेता को अपने घर आने दिया और खाना भी खिलाया परंतु खाने में जहर मिला दिया। जिसे खाने के बाद कृष्णा को घबराहट होने लगी। उसे जहर का संदेह हुआ तो वो बदहवास होकर बाहर की तरफ भाग और पास ही एक अंधेरे कुए में जा गिरा। आरोपी के इकबाल-ए-जुर्म के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
क्या था मामला

बीते दिनों गोपालगंज में बीजेपी नेता कृष्णा शाही का शव कुंए से मिला था। जिसके बाद पुलिस ने मृतक नेता के एक करीबी आदित्य राय और चार महिलाओं को हिरासत में लिया था। आदित्य के घर जाने के बाद से ही मृतक नेता गायब था। जबकि शाही के भाई ने इस मामले में विधायक पप्पू पांडे का हाथ होना बताया था।