भोपाल। महापौर के कथित संरक्षण प्राप्त कंजरों ने शुक्रवार रात भोपाल पुलिस की एक टीम पर हमला कर दिया। पुलिस यहां नशीले पदार्थों की तस्करी मामले में वांटेड 2 आरोपियों की तलाश में गई थी। इसी दौरान लोगों ने हंगामा किया। महिलाएं हाथों में तलवारें लिए निकल आईं। पुलिस टीम बड़ी मुश्किल जान बचाकर वहां से निकली। बाद में लैस होकर लौटे पुलिस बल यहां जमकर लाठियां भांजी और आंसूगैस के गोले भी दागे। एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी का कहना है कि इस इलाके के कंजर अपराधियों को महापौर आलोक शर्मा के कुछ समर्थक नेताओं का संरक्षण प्राप्त है।
पुराने भोपाल में तलैया थाने की एक पुलिस टीम नशीले पदार्थ की तस्करी के आरोप में दो कंजरों को पकड़ने इतवारा स्थित कंजरों के मोहल्ले में कल शुक्रवार देर रात पहुंची। पुलिस ने जैसे ही कंजरों को पकड़ने के लिए कार्रवाई की तो बड़ी तादाद में कंजर महिला और पुरुष इक्ट्ठे हो गए और पुलिस कार्रवाई का विरोध करने लगे। पुलिस जैसे ही आरोपियों को अपने साथ ले जाने लगी, वहीं मौजूद कंजरों ने पुलिस के साथ विवाद शुरु कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पहले कंजरों ने पुलिस के साथ छीनाझपटी की। फिर कंजर महिलाएं अपने घरों से तलवारें और लाठी लाकर पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। पुलिस ने बचाव में पहले लाठियां भांजी, मगर जब स्थिति बिगड़ने लगी तो थाने से और फोर्स बुलाकर आंसूगैस के गोले भी छोड़े।
तलैया थाना टीआई मनीषराज भदौरिया ने बताया कि पुलिस नशीले पदार्थ की तस्करी के संबंध में इतवारा स्थित कंजरों के मोहल्ले में गई थी। इस दौरान पुलिस के साथ कंजरों ने झूमाझपटी की थी। उन्होंने आंसूगैस का उपयोग करने से इंकार कर दिया है।
इस क्षेत्र में पदस्थ एक पूर्व सीएसपी का कहना है कि इन कंजरों के घर में अवैध हथियार, बम, नशीले पदार्थों का जखीरा है। पुलिस ने कई बार इनके घरों को सर्च करने की कोशिश की है, मगर हर बार राजनैतिक संरक्षण आड़े आ जाता है। बताया जा रहा है कि इतवारा में रह रहे यह कंजर महापौर आलोक शर्मा से जुड़े कुछ लोगों के संरक्षण के रहते आपराधिक गतिविधियों में संलग्न हैं। इस राजनैतिक संरक्षण के चलते पुलिस इन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाती है। यदि महापौर ने अपराधी कंजरों को संरक्षण नहीं दिया है तो उन्हे इस मामले में अपना अधिकृत बयान जारी करके स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।