
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख अठावले ने गौरक्षकों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि गौरक्षक आगे भी हिंसा की गतिविधि में शामिल रहते हैं, तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे। हर व्यक्ति को यह तय करने का अधिकार है कि वह क्या खाना चाहता है।
अगर कोई बीफ खाना चाहता है, तो यह उसका व्यक्तिगत अधिकार है। आज, गाय की सुरक्षा के नाम पर गौरक्षक मांस या जानवरों को ले जाने वाले लोगों का वाहन रोकते हैं और उन्हें मारते हैं। ऐसी हिंसा में कई निर्दोष लोगों की जान भी जा चुकी है। यह ठीक नहीं है और इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है।
एक हाल ही में हुई एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक आदमी को गौमांस ले जाने के संदेह पर मार डाला गया था। उन्होंने कहा कि सभी को बीफ खाने का अधिकार है।
अठावले ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कमजोर करने की एक बड़ी योजना है। गौरक्षा के नाम पर की जाने वाली हिंसा पर उन्होंने चिंता जाहिर की। उन्होंने आगे कहा कि गाय के नाम पर हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कमजोर करने की रणनीति हो सकती है।