भोपाल। मप्र विधानसभा मानसून सत्र के पहले ही दिन नरोत्तम मिश्रा की अनुपस्थिति के बावजूद वो हर जगह चर्चा का केंद्र रहे। सदन में 3 मंत्रियों ने उनका कामकाज बांट लिया है तो सदन के बाहर मीडिया के सामने मिश्रा की जगह बिसेन आ गए। कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा है कि कांग्रेस हर मुद्दे को उठाए और स्थगन प्रस्ताव लाए, लेकिन जवाब सुनने को तैयार रहे। क्योंकि अभी तक कांग्रेस मुद्दे तो उठाती है, लेकिन जब सरकार जवाब देती है तो वाकआउट कर देती है।
सदन के भीतर नरोत्तम मिश्रा के तीनों विभाग संसदीय कार्य, जलसंसाधन और जनसंपर्क विभाग के सवालों के जवाब देने की जिम्मेदारी 3 अलग-अलग मंत्रियों की सौंपी गई है। संसदीय कार्य विभाग के जवाब वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार देंगे, तो जलसंसाधन विभाग के जवाब वित्त मंत्री जयंत मलैया देंगे। इसके अलावा जनसंपर्क विभाग की जिम्मेदारी राजेन्द्र शुक्ला को सौंपी गई है।
हालांकि नरोत्तम मिश्रा को लेकर विधानसभा सत्र में गतिरोध बढ़ने के आसार हैं। क्योंकि एक तरफ जहां विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग पर अड़ा है, तो वहीं सत्ता पक्ष अभी भी संवैधानिक विशेषज्ञों की सलाह के नाम पर दिन आगे बढ़ा रहा है। हालांकि सदन के सुचारु संचालन के लिए सीएम ने मौखिक रुप से मंत्रियों में जिम्मेदारी बांटकर सदन में हंगामा रोकने की कोशिश जरुर की है।