10वीं की छात्रा का सरकारी स्कूल के टॉयलेट में प्रसव, रेप केस फाइल

नई दिल्ली। यहां एक सरकारी स्कूल में 10वीं की छात्रा का परीक्षा वाले दिन टॉयलेट में प्रसव हो गया। 51 वर्षीय आॅटो चालक ने उसे अपने जाल में फंसा लिया था। पैसों के लालच में छात्रा उसके साथ संबंध बनाती थी। प्रेग्नेंट होने के बाद कुछ दिनों पहले आरोपी ने छात्रा को अबॉर्शन की दवा खिला दी थी। इसी के चलते 26वें सप्ताह मे प्री-मेच्योर डिलिवरी हो गई। दोनों को अस्पताल भर्ती कराया गया जहां खतरे से बाहर बताई जा रहीं हैं। चौंकाने वाली यह है कि पीड़िता के परिवार वालों को भी पता नहीं था कि उनकी बेटी प्रेग्नेंट हो गई है। 

डीसीपी मिलिंद डुंबरे (नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट) ने बताया कि उन्हें अस्पताल प्रशासन की ओर से इस बारे में पता चला। बिहार निवासी आरोपी ऑटो ड्राइवर अब्दुल गफ्फार ने 4-5 बार पीड़िता से रेप किया है। वह पीड़िता को रुपये-पैसों का लालच देता था। पीड़िता ने बीते 20 जुलाई को स्कूल के बाथरूम में बच्ची को जन्म दिया। उस दिन पीड़िता परीक्षा देने के लिए स्कूल गई थी।

डीसीपी डुंबरे ने आगे बताया कि पीड़िता के परिजनों को भी उसके प्रेग्नेंट होने के बारे में पता नहीं चला। परिजनों की मानें तो उन्हें लगा था कि गैस या किसी अन्य बीमारी की वजह से पीड़िता का पेट फूल रहा है। जब पीड़िता का पेट फूलने लगा तो आरोपी ने उसे अबॉर्शन पिल दे दी। जिसकी वजह से उसे स्कूल में प्री-मेच्योर डिलिवरी (26 सप्ताह) हो गई।

नाबालिग मां और उसकी बच्ची को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों की हालत सामान्य है। पीड़िता के खुलासे के बाद आरोपी को पकड़ने के लिए एसीपी की अगुवाई में टीम बनाई गई। जिसके बाद फरार चल रहे आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।

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