MP: वित्तमंत्री जयंती मलैया ने दिया किसान आंदोलन को भड़काने वाला बयान

इंदौर। उपज का सही मूल्य नहीं मिलने के खिलाफ किसानों द्वारा खासकर पश्चिमी मध्यप्रदेश में अनाज, दूध और फल..सब्जियों की आपूर्ति रोक देने पर प्रदेश के वित्त मंत्री जयंत मलैया ने कहा कि इस 10 दिवसीय आंदोलन में चंद इलाकों के मुट्ठी भर लोग शामिल हैं। किसान आंदोलन की शुरूआत में वित्तमंत्री का इस तरह का बयान आंदोलन को और भी ज्यादा भड़का सकता है। फिलहाल दूध की किल्लत शुरू हो गई है। आज 2 जून को लोगों को दूध के लिए काफी परेशान होना पड़ा। सांची के दूध की सप्लाई कई इलाकों में नहीं हुई। दोपहर तक पूरे शहर से दूध गायब हो गया था। 

मलैया ने यहां भाजपा कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, किसान आंदोलन में कुछेक इलाकों के मुट्ठी भर लोग शामिल हैं और पूरे प्रदेश में अनाज, दूध और फल..सब्जियों की आपूर्ति रोके जाने की खबर नहीं है। बहरहाल, जो किसान आंदोलन कर रहे हैं हम उनसे चर्चा को तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने प्रशासन को ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कदम उठाने के निर्देश दिये हैं, जो संबंधित इलाकों में अनाज, दूध और फल..सब्जियों की आपूर्ति में बाधा पैदा कर रहे हैंं। 

प्रदेश में किसानों की बदहाली के विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए वित्त मंत्री ने कहा, प्रदेश के किसान खुशहाल हैं और हमारी सरकार उनके हित में लगातार कदम उठा रही है। किसानों की मेहनत, प्रदेश सरकार द्वारा समय पर खाद..बीज की व्यवस्था और ईश्वरीय कृपा से अनुकूल मौसमी हालात से फसलों की बम्पर पैदावार के कारण हमें लगातार पांच बार केंद्र का कृषि कर्मण पुरस्कार मिल चुका है। 

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !