
बड़वानी कलेक्टर तेजस्वी एस नायक ने ग्राम दतवाडा के किसान की खड़ी फसल उखाड़ने के लिए जेसीबी मशीन के साथ अधिकारियों और पुलिस प्रशासन को भेज दिया। प्रशासन का कहना है की मामले में एनवीडीए इस जमीन को पुनर्वास बनाने के लिए तीन लाख से अधिक का मुआवजा दे चुकी है, लेकिन किसान के परिवार का कहना है की छह एकड़ जमीन का तीन लाख मुआवजा कम है, उन्हें आज के समय के हिसाब से मुआवजा दिया जाए।
किसानों ने दिया धरना
जब प्रशासन के द्वारा फसल उजाड़ने का काम शुरू किया तो विरोध कर रहे किसान व उसके परिवार को मासूम बच्चों सहित पुलिस ने हिरासत में लेकर अंजड थाने पर बैठा दिया, इस बात की खबर मिलते ही दो गांव के किसानों और ग्रामीण एकजुट हो गए। जिसे देख प्रशासन को वहां से उल्टे पांव लौट गया। लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश यहीं खत्म नहीं हुआ। उन्होंने अंजड थाणे पहुंच कर धरना दे दिया जिसके बाद प्रतिनिधि मंडल और अधिकारियों की बातचीत के बाद मामला शांत हुआ और किसान की फसल का जेसीबी चलने से जो नुकसान हुआ उसका मुआवजा देने की बात कही गई है।
क्या कहते हैं भाजपा जिला अध्यक्ष
मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष ने कलेक्टर पर गंभीर आरोप लगाया कि, खड़ी फसल नहीं उखाड़ने को लेकर कलेक्टर से बात हुई थी, चूंकि प्रदेश में किसानों का उग्र आंदोलन चल रहा है और प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद इन्ही मामलों के चलते उपवास पर बैठे हैं, ऐसे में यह कार्रवाई से मामला तूल पकड़ सकता है, लेकिन कलेक्टर ने इस बात पर गौर नहीं किया और अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को किसान की खड़ी फसल उखाड़ने के लिए भेज दिया।