अतिथि शिक्षकों ने सांसद व MLA के बंगलों का घेराव किया

सीधी। अतिथि शिक्षकों द्वारा अपनी मांगो को लेकर विधिका भवन से रैली निकालकर विधायक व सांसद बंगले का घेराव किया गया लेकिन विधायक व सांसद कोई भी अपने बगले मे मौजूद नही थे। जिसके कारण अतिथि शिक्षको द्वारा काफी हंगामा किया गया। उसके बाद अतिथि शिक्षको द्वारा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री,  राज्यपाल, व शिक्षा मंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपा गया। जिसमे अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण व एक जुलाई से स्कूलों मे पूर्व कार्यरत अतिथि शिक्षको को यथावत रखने के लिए मुख्य रूप से मांग किया गया है इसमे भारी संख्या मे अतिथि शिक्षक व आज सिगरौली जिला अध्यक्ष भी शामिल हुए।

जिला मीडिया प्रभारी रवि गुप्ता ने बताया कि जिले के अतिथि शिक्षक तीन महीने से बेरोजगार है,  और अपनी नियुक्ति के लिए आदेश का इंतजार कर रहे है लेकिन अभी तक शासन की ओर से कोई भी आदेश जारी नही किया गया है यहाँ तक कि शोषित  अतिथि शिक्षको से नियुक्ति करने के बदले मे गर्मी के छुट्टियो मे भी पूरे स्कूल का कार्य अतिथि शिक्षको से ही कराया जाता है जिसका उन्हे कोई मानदेय नही दिया जाता । अतिथि शिक्षको का कार्य कितना बढि़या है ये सरकारी स्कूल के पांच साल के परीक्षा परिणाम बता रहे है कि सरकारी स्कूल का परीक्षा परिणाम निजी स्कूल से बेहतर रहा है  । जिला अध्यक्ष रिपुदमन तिवारी ने कहा कि यदि 96 निजी स्कूलो को शासकीय कर वहा के शिक्षको को बिना किसी शर्त के संविदा शिक्षक बनाया जा सकता है तो अतिथि शिक्षक तो सरकारी स्कूल मे सेवा दे रहे है । संम्भागीय अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ ने कहा कि अतिथि शिक्षक इसी आशा मे अपनी सेवा दे रहे है कि सरकार हमे संविदा बनायेगी इसी उम्मीद मे बहुत से अतिथि शिक्षक उम्र दराज हो गये है लेकिन अब संगठन आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है यदि सरकार हमारी मांग पूरी नही करती तो संघ उग्र आंदोलन व आमरण अनशन करने के लिए बाध्य होगा। 

बता दे कि अतिथि शिक्षक मध्यप्रदेश शासन 9 वर्ष से शोषण के शिकार है वे बहुत ही अल्प मानदेय मे अपनी सेवाए दे रहे है बार बार आंदोलन और आमरण अनशन हड़ताल पैदल मार्च किया गया तथा  मुख्यमत्री शिवराज चौहान की झूठी घोषणाएँ और शिक्षा मंत्री विजय शाह के झूठे बयान व झूठी कोरी घोषणाएँ आप सभी को पता है। कि मप्र में शिक्षकों की कमी व अकाल है। जिसे अतिथि शिक्षको से भरा जाता है। 

अतिथि शिक्षको की मांग है कि सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में अतिथि शिक्षको को नए शिक्षण सत्र 2017 - 18 हेतु अतिथि शिक्षको की नियुक्ति के आदेश 1 जुलाई  से अध्यापन कार्य हेतु रखने के आदेश हो । आदेश में स्पष्ट हो की पूर्व में कार्यरत अनुभवी अतिथि शिक्षको को सर्वप्रथम प्राथमिकता देते हुए उन्हें शालाओ में यथावत रखा जाये । माननीय मुख्यमंत्री जी एवं शिक्षामंत्री जी की घोषणा एवं विधानसभा में पारित प्रस्ताव के अनुरूप नए शिक्षण सत्र से अतिथि शिक्षको  को बढ़ा हुआ वेतनमान प्रदाय किया जाये आदि  मांगो को लेकर आज ज्ञापन सौपा। एवं  इन्होंने यह भी कहा कि यदि अतिथि शिक्षको को रखने के आदेश 1 जुलाई  तक नही होते है तो समस्त अतिथि शिक्षको द्वारा जिले स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक वृहद स्तर पर विशाल आंदोलन और आमरण अनशन होगा और अनिश्चितकालीन हड़ताल करने को संघ मजबूर होगा अतः मध्यप्रदेश शासन से जल्द से जल्द अतिथि शिक्षको की समस्याओ का निराकरण करने की मांग के साथ 1 जुलाई  से इन्हें रखने की मांग संघ ने की है । एवं प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और स्कूल शिक्षा मंत्री के नाम आज ज्ञापन सौप जल्द से जल्द अतिथि शिक्षको के हितो के लिये निर्णय लेने की मांग की गई है । 

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