
इस आशय की शिकायत मिलने पर जबलपुर स्थित क्षेत्रिय कार्यालय के गुणवत्ता निरीक्षक एसपी श्रीवास्तव ने 22 और 23 अप्रेल को क्षेत्रिय प्रबंधक के साथ सिवनी जिले में उपार्जित किये जा रहे चावल का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया तथा सेंपल लिये गये जो जांच किये जाने पर तयशुदा मापदण्ड के विपरित अमानक स्तर का पाया गया। सिवनी जिले में जो चावल खरीदा जा रहा है उसमें राईस मिलर्स की सांठगांठ के चलते 50 से 60 प्रतिशत तक पुराना तथा अधिक ब्रोकन मिश्रित चावल अनेक गोदामों में रखा पाया है। जबलपुर से आये जांच दल को अनेक खामियां और चावल के रखरखाव में लापरवाही बरते जाने के साक्ष्य मिले है।
निरीक्षण के दौरान प्रेम राईस मिल का सिवनी के मंडी गोदाम से लाठ क्रमांक 14 ट्रक में लोड किया जा रहा वह भी अमानक क्वालिटी का था क्षेत्रीय प्रबंधक ने इस आशय के निर्देश दिये है कि उनके सत्यापन किये जाने के बाद भी जिले से चांवल का लाठ बाहर भेजा जाये। यह उल्लेखनीय है की गुना जिले में सिवनी से भेजे गये चावल के लाट निरस्त किये जाने के संबंध जिला प्रबंधक सलमान हैदर से जब इस बात की जानकारी चाही गई तो उन्होने इस संवाददाता से कहा की अबको पहले जो भी जानकारी मिली है वह सत्य नही है सिवनी का लाट गुना में रिजेक्ट नही हुआ है लेकिन गुना का सच अपने आप अखबार की सुर्खियों में आ जाने से सलमान हैदर का झूठ सच साबित हो गया। यह भी देखना है कि 10 दिनों के अंदर कौन सी जादू की छडी से रिजेक्ट किया गया चावल कैसे अपग्रेड होकर गुना में बदला जायेगा।