CM और मंत्रियों के रसोइए, माली और सफाईकर्मी हड़ताल पर

चंडीगढ़। हरियाणा में सीएम मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत तमाम मंत्रियों के रसोइए, माली और सफाईकर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। शनिवार से शुरू हुई हड़ताल ने एक ही दिन में हाहाकार मचा दिया। चतुर्थश्रेणी कर्मचारी नाराज हैं क्योंकि सीएम हाउस में एडीसी रजनीश गर्ग द्वारा रसोइया अनूप कुमार से मारपीट की गई। आरोप है कि ये मारपीट सीएम के ओएसडी नीरज दफ्तुआर और और उन्हीं के पीए अभिमन्यु के सामने हुई। कुक अनूप कुमार का आरोप है कि ब्रेड न मिलने से खफा रजनीश ने अपने कार्यालय में जूतों और लात घूसों से मारपीट की। कुक के समर्थन में सीएम और सभी मंत्रियों के आवास पर कार्यरत सभी चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसी दौरान एमएलए होस्टल के सामने तमाम कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया।

सीएम और मंत्रियों के घर काम करने से इनकार
सीएम मनोहरलाल की गैरमौजूदगी में हुई घटना से नाराज क्लास फोर कर्मचारियों ने सीएम कोठी और मंत्रियों की कोठियों पर काम करने से इनकार कर दिया है। कर्मचारियों ने सरकार को सोमवार तक का अल्टीमेटम देते हुए आरोपी एडीसी के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी है। घटना से नाराज क्लास फोर कर्मचारियों ने शनिवार को सीएम कोठी और मंत्रियों की कोठियों से काम छोड़कर एमएलए हॉस्टल एरिया में धरना देकर प्रदर्शन किया। कुक, सफाईकर्मी, माली आदि के काम पर न आने से माननीयों के यहां हाहाकार मच गया है।

सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री के एक ओएसडी ने जहां मुख्यमंत्री मनोहरलाल तक यह बात पहुंचा दी है वहीं, कुछ अफसर क्लास फोर कर्मचारियों की यूनियन नेताओं को समझा-बुझाकर कर्मियों को काम पर भेजने की गुजारिश करते रहे। नाराज कर्मियों पर कोई असर नहीं हुआ और एक भी क्लास फोर कर्मचारी चंडीगढ़ और पंचकूला में सीएम रेजीडेंस से लेकर मंत्रियों की कोठी पर काम नहीं करने गया।

ऑल इंडिया इम्पलॉइज यूनियन के डिप्टी जनरल सेक्रेट्री सत्यवान सरोहा तथा पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) हरियाणा चतुर्थ कर्मचारी यूनियन के प्रधान तारादत्त ने चेतावनी दी है कि यदि सोमवार तक सरकार ने आरोपी आईपीएस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की तो वे मामले को पूरे प्रदेश और विभिन्न विभागों के सामने लेकर जाएंगे और जरूरत पड़ने पर प्रधानमंत्री तक भी मामला पहुंचाएंगे।

एडीसी पर यह है आरोप
सीएम कोठी की किचन नंबर 2 में तैनात कुक अनूप कुमार का कहना है कि शुक्रवार दोपहर को एडीसी रजनीश गर्ग ने सैंडविच मंगवाए थे। उन्हें संदेश पहुंचाया गया कि ब्रेड खत्म हो गई है और किचन नंबर 1 से मंगवा सकते हैं। थोड़ी देर में एडीसी के कंप्यूटर ऑपरेटर ने दोबारा फोन कर कहा कि 30 सेकेंड के भीतर ऑफिस पहुंच जाओ। कुक अनूप कुमार का कहना है कि वह कमरे में गया तो एडीसी ने जूतों और लात-घूसों से मारना शुरू कर दिया और करीब 15 मिनट तक पीटते रहे। उस दौरान मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल ओएसडी नीरज दफ्तौर व मुख्यमंत्री के पीए अभिमन्यु भी वहां मौजूद थे। अभिमन्यु ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो एडीसी ने उन्हें भी धक्के देकर बाहर निकाल दिया। एडीसी उसे पीटते रहे और उसे एक कमरे में बंद कर डंडे से पीटने की धमकी देते रहे। अनूप कुमार के अनुसार एडीसी ने धमकाते हुए यह भी कहा कि इतना मारूंगा कि हरियाणा में कहीं नजर नहीं आएगा।

मामला रफा-दफा करने की कोशिश
सीएम कोठी के सूत्रों के अनुसार, अनूप ने मारपीट की जानकारी स्टाफ को दी और जैसे ही मामला फैला तो मुख्यमंत्री के एक ओएसडी ने पूरे मामले को रफा-दफा करने की कोशिश करते हुए दोनों पक्षों में राजीनामा करवाने की कोशिश भी की, लेकिन, कोठी के क्लास फोर कर्मचारियों ने राजनीमा करने की बजाए अपनी यूनियन के नेताओं को पूरी बात बताई। इसके बाद शनिवार सुबह एमएलए हॉस्टल के सामने धरना देकर प्रदर्शन किया गया।

मुख्यमंत्री की कोठी पर 30 से 40 क्लास फोर कर्मचारी पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) की तरफ से तैनात किए जाते हैं। इनमें कच्चे और पक्के कर्मचारी दोनों हैं। सीएम कोठी पर दो किचन और दो कैंटीन हैं। इसी तरह एक मंत्री को एक कुक, 2 हेल्पर, 1 सफाई कर्मी और एक माली दिया जाता है। इसके अलावा उनके मंत्रालय के विभागों की तरफ से अलग से स्टाफ काम करता है। राज्य में आईएएस और आईपीएस को भी एक कुक, एक सफाई कर्मी और एक माली दिया जाता है और इन कर्मचारियों की कुल संख्या 300 के आसपास हैं। मंत्रियों की कोठियां चंडीगढ़ के अलावा पंचकूला में भी हैं।

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