भोपाल। नर्मदा में अवैध रेत खनन का मामला उठाकर कार्रवाई की जद में आ गए पूर्वमंत्री कमल पटेल की परेशानियां कम नहीं हुईं हैं। उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के सामने प्रस्तुत होकर अपनी सफाई पेश की। दोनों करीब 1 घंटे तक कैबिन में थे, लेकिन कोई फैसला नहीं हो पाया। कहा गया है कि बातचीत अभी अधूरी रह गई है। बातचीत के बाद नंदकुमार सिंह चौहान, कमल पटेल पर चिढ़चिढ़ाते नजर आए। उन्होंने यह भी कहा कि नर्मदा में खनन पर प्रतिबंध कमल पटेल के कारण नहीं बल्कि सीएम शिवराज सिंह की पहल पर लगाया गया है।
कमल पटेल और नंदकुमार सिंह चौहान की भाजपा कार्यालय में चर्चा चल रही थी, तभी केंद्रीय मंत्री केंद्रीय कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रूढ़ी प्रदेश कार्यालय आ पहुंचे। वे भोपाल में एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए हुए थे। उनके पहुंचने पर नंदकुमार और कमल पटेल की चर्चा अधूरी रह गई। कमल पटेल से मुलाकात के दौरान हुई चर्चा से जुड़े सवालों पर नंदू भैया ने कहा कि पटेल ने उनसे मिलकर अपनी बात रखी है पर अभी पूरी बात नहीं हो पाई है। पटेल को माफी मिलेगी या निलंबन इस सवाल पर नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि जब बात पूरी होगी, उसके बाद ही इस बारे में बात करना ठीक होगा।
बता दें कि कमल पटेल ने नर्मदा नदी में चल रहे अवैध खनन के मामले में सीएम शिवराज सिंह के रिश्तेदारों को भी संलिप्त बताया था। इसी के बाद भाजपा ने उन्हे निष्कासन का नोटिस दे दिया। हालांकि इस नोटिस के बाद कमल पटेल ठंडे पड़ गए लेकिन बताया जा रहा है कि हाईकमान की ओर से नंदकुमार सिंह चौहान को भी इस मामले में चुप रहने के लिए कहा गया है। बातचीत के बाद नंदकुमार के चैहरे पर जो तिलमिलाहट दिखी, वो शायद हाईकमान के दवाब के कारण थी।