
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सभी नौकरशाहों एक हॉटलाइन के जरिए सीधे पीएम मोदी के संपर्क में आ सकते हैं। नौकरशाह पीएम मोदी के कॉन्टेक्ट में आकर अपने सुझाव डायरेक्ट उन्हें दे सकते हैं। इतना ही नहीं जूनियर ऑफिसियल्स भी पीएम मोदी को माई-गवर्नमेंट पोर्टल के जरिए अपने सुझाव दे सकेंगे।
इससे पहले अधिकारियों को पीएम के आगे अपनी बात रखने के लिए मंत्रालयों और विभागों की लंबी सुरक्षा प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक सचिव व नौकरशाह किसी भी मुद्दे पर बदलाव लाना चाहते हैं, तो उसपर तैयारी करके पीएम मोदी से अकेले में मिल सकते हैं।
चौंका देने वाली बात है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में पीएमओ अबतक की अपनी सबसे मजबूत स्थिती में है। एक अधिकारी ने बताया कि मोदी सरकार में आए बदलाव को इससे आंका जा सकता है। मनमोहन सरकार के समय में नौकरशाहों और सरकार के बीच गैप होता था। बता दें कि पीएम मोदी ने सत्ता में आते ही सभी सचिवों से मुलाकात की थी। इतना ही नहीं नौकरशाही में तबादलों का दौर जारी हो गया था।