GVR INFRA: कर्मचारियों ने आला अफसरों को बंधक बनाया!

शहडोल। मध्यप्रदेश में उमरिया से शहडोल के बीच नेशनल हाईवे सड़क निर्माण कर रही GVR INFRA PROJECTS LTD के प्रोजेक्ट आॅफिस में कर्मचारियों ने शनिवार को कंपनी के जीएम जीएम नायडू और एजीएम कुमार को बंधन बना लिया। कर्मचारी वेतन ना मिलने से आक्रोशित थे। कंपनी की ओर से वादा किया गया था कि शनिवार 20 मई तक वेतन मिल जाएगा परंतु जब जीएम ने शनिवार को भी वेतन देने से इंकार किया तो कर्मचारी भड़क गए और उन्हे एक कमरे में बंद करके ताला लगा दिया। दोनों अधिकारी काफी देर तक गिड़गिड़ाते रहे। अंतत: इस आश्वासन के साथ कि 30 मई तक हर हाल में वेतन भुगतान कर दिया जाएगा, कर्मचारियों ने बंधक बनाए गए अधिकारियों को मुक्त किया। कंपनी ने यहां पिछले 5 माह से कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं किया है। 

दफ्तर पहुंचते ही शुरु हुआ हंगामा
शनिवार की सुबह लगभग साढ़े आठ बजे रोज की तरह सभी कर्मचारी ड्यूटी पर पहुंचे। वहीं पीएम और एअीएम भी अपने कार्यालय में आकर बैठ गए। इसके बाद कर्मचारी सामूहिक रूप से जीएम से मिलने गए कि उनका पांच महीने का वेतन आज मिल रहा है कि नहीं। इस बात पर जीएम ने बताया कि अभी पैमेंट नहीं हो पाएगा। इतना सुनते ही सभी कर्मचारी सामूहिक रूप से विरोध करने लगे। हंगामा शुरु हो गया और जब अधिकारी वहां से भागने का मन बनाने लगे तो तो दोनों को पकड़कर कमरे के अंदर बंद कर ताला लगा दिया। अधिकारी गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन कर्मचारियों ने एक नहीं सुनी। बाद में लोगों ने वहां पहुंचकर समझौता कराया तब कहीं जाकर ताला खुला।

पुलिस तक नहीं पहुंचने दिया मामला
जीवीआर चैन्नई उमरिया से शहडोल के बीच नेशनल हाईवे सड़क निर्माण का काम कर रही है। इसके पहले भी इस कंपनी के खिलाफ कलेक्टर और पुलिस के यहां शिकायत हो चुकी है। कलेक्टर ने नोटिस दिया था तब कर्मचारियों को वेतन मिला था। इस बार भी कंपनी की ही कमी है इसलिए मामला थाने तक नहीं पहुंचने दिया। एक बार पहले भी कर्मचारियों ने इसी तरह ताला बंदी करके विरोध किया था तब मामला पुलिस तक गया था, लेकिन इस बार नहीं गया। कंपनी के अधिकारी सफाई दे रहे हैं कि आरबीआई के द्वारा बैंकों के लिए जारी किये गए कुछ निर्देशों के कारण दिक्कत हुई है इसलिए वेतन का भुगतान नहीं हो पाया।

एक करोड़ से अधिक का भुगतान
विरोध कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि लगभग 110 कर्मचारी विभिन्न पदों वाले कंपनियों मों काम कर रहे हैं। हर कर्मचारियों का वेतन 15 हजार से कम नहीं है। पांच महीने से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। अभी तक के हिसाब से एक करोड़ से अधिक का वेतन कंपनी ने रोककर रखा है। ऑपरेटर, इंजीनियर सहित कई अधिकारी-कर्मचारी जिनको वेतन नहीं मिल पाया है। लगातार कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी वेतन को टाल रहे हैं जिसके कारण आर्थिक तंगी बनती जा रही है। कर्मचारियों ने कहा कि घर-परिवार छोड़कर कंपनी के लिए काम कर रहे हैं और वेतन न मिलने से परेशानी हो रही है।

कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं हो पाया है। 30 मई तक वेतन भुगतान कर दिया जाएगा। कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण कर्मचारियों का भुगतान लेट हुआ है। कर्मचारियों ने आज विरोध किया था और हमें कमरे में बंद भी कर दिया था। अब स्थिति सामान्य है।
नायडू
जीएम, जीवीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड, चेन्नई

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