भोपाल के नशामुक्ति पुनर्वास केंद्र में संचालक ने नाबालिग को पीटा

भोपाल। नशामुक्ति केंद्र में इलाज करा रहे एक नाबालिग को पीटने का मामला सामने आया है। आरोप गुलमोहर कॉलोनी स्थित नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र के संचालक और कर्मचारियों पर लगे हैं। पीड़ित का सवा साल से वहीं इलाज चल रहा था। पुलिस ने घायल के पिता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया है।

एफ-वार्ड, बैरागढ़ निवासी कुलदीप वीदानी की जहांगीराबाद में होटल है। उनके मानसिक रूप से बीमार 17 वर्षीय बेटे रोहन का 17 मार्च 2016 से जय भवानी फेस-1 गुलमोहर कॉलोनी शाहपुरा स्थित केजीएस संस्था एवं नशामुक्ति पुनर्वास केंद्र में इलाज चल रहा था। कुलदीप के मुताबिक करीब 5 महीने पहले केंद्र के संचालक चेतन ने उन्हें बेटे को घर ले जाने को कहा।

चेतन का कहना था कि उनके बेटे की बीमारी में सुधार नहीं है, ऐसे में बेहतर होगा कि वे उसे घर ले जाएं। कुलदीप ने बताया कि वह बेटे के इलाज के लिए हर महीने 6 हजार रुपए देते हैं। गत 25 मई को उनके पास चेतन का फोन आया। उन्होंने बताया कि उनका बेटा सीढ़ियों से नीचे गिर गया है। उसे जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन वहां कुलदीप को रोहन नहीं मिला।

रोहन ने बताया सर ने डंडे से पीटा
कुलदीप ने बताया कि अस्पताल में रोहन के नहीं मिलने पर चेतन का दोबारा फोन आया। उन्होंने मुझे संस्था के ऑफिस बुला लिया। यहां रोहन उन्हें देखकर रोने लगा। उसने आरोप लगाए कि चेतन सर और दीपेश ने उसे डंडे से पीटा। इसके बाद वे बेटे की छुट्टी कराकर उसे घर ले आए। कुलदीप ने शाहपुरा पुलिस से घटना की शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने कुलदीप वीदानी की रिपोर्ट पर आरोपी चेतन और दीपेश के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया है।

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