
जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, तो उन्होंने घर के दरवाजे के पास ही नरेश की लाश देखी। उनके 20 साल के बेटे ने पुलिस को बताया कि उनकी मां, 13 साल का भाई और आरोपी तीनों घर के अंदर हैं। आरोपी ने 13 साल के बच्चे को तो जाने दिया, लेकिन आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया। जबतक पुलिस को अंदर घुसने में कामयाबी मिली, तब तक नरेन की पत्नी और आरोपी हत्यारे की मौत हो चुकी थी। पुलिस के मुताबिक, नरेन की बेटी कथित हत्यारे की पूर्व प्रेमिका थी। जब दोनों का प्रेम संबंध था, उस दौरान मिर्जा कथित तौर पर नरेन प्रभु की बेटी के साथ काफी मारपीट करता था। उसपर घरेलू हिंसा का आरोप था। पिछले साल ही उनका रिश्ता खत्म हो गया था।
पुलिस ने बताया, 'जब हमारे अधिकारी नरेन प्रभु के घर पहुंचे, तो उन्होंने दरवाजे के पास एक आदमी की लाश देखी। उसे गोली लगी थी। प्रभु दंपत्ति के बड़े बेटे ने बताया कि उनकी मां और 13 साल का भाई घर के अंदर हैं और आरोपी भी उनके साथ है।' पुलिस के मुताबिक, 'अधिकारी कार्रवाई की तैयारी कर रहे थे कि उसी दौरान आरोपी ने 13 वर्षीय किशोर को आजाद कर दिया, लेकिन उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया। जब अधिकारी घर के अंदर गए, तो उन्हें वहां नरेन की पत्नी और आरोपी की लाश मिली।' इस हत्या की क्या वजह थी, यह अभी साफ नहीं हो सका है। दोनों हत्याएं करने के पीछे मिर्जा की मंशा भी अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।