भोपाल। क्या इस आधुनिक युग में आप किसी अंधविश्वास पर यकीन कर सकते हैं। क्या किसी अंधविश्वास के कारण डिजिटल इंडिया के प्राइम मिनिस्टर की यात्रा का कार्यक्रम बदला जा सकता है। यहां बदल दिया गया है। 15 मई को अमरकंटक आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हेलीपैड और सभास्थल बदला गया है, क्योंकि 1982 में इंदिरा गांधी भी यहां आईं थीं। इसी हेलीपैड पर उतरीं और यहीं पर सभा की थी। 1984 में उनकी हत्या हा गई। पीएम मोदी की यात्रा का प्रबंध कर रहे अफसर और नेता इंदिरा गांधी की हत्या के लिए अमरकंटक के हेलीपैड को अपशकुन मानते हैं इसलिए उन्होंने बदलाव कर दिया।
बताया जा रहा है कि कोई भी, मुख्यमंत्री, नेता या मंत्री आदि सीधे अमरकंटक के क्षेत्र में आसमान में उड़ान नहीं भरते। माना जाता है कि जिसने भी मां नर्मदा को लांघा है, उसे अपनी सत्ता गंवानी पड़ी है। भाजपा के ही कुछ नेताओं का मानना है कि जो भी ऐसा करता है उसका पद नहीं रहता। सत्ता गंवाने वालों में तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के अलावा एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, मोतीलाल वोरा, उमा भारती, सुंदरलाल पटवा, श्यामाचरण शुक्ल, केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व राष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत शामिल हैं।
8 किमी के रेडियस में जो भी हेलिकॉप्टर से आया, उसने सत्ता गंवाई
अमरकंटक के बारे में ये माना जाता है कि नर्मदा के उद्गम स्थल के 8 किमी के रेडियस में जो भी हेलिकॉप्टर से आया, उसने सत्ता गंवाई। यही कारण है कि पीएम मोदी के लिए डिंडोरी जिले में अमरकंटक से 8 किमी की दूरी पर हेलीपेड बनाया गया है। ये हेलीपेड खुरखुरी दादर में बन रहा है।
कब क्या हुआ
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 1982 में हेलिकॉप्टर से अमरकंटक आई थीं। उसके बाद उनकी 1984 में हत्या हो गई।
पूर्व उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमरकंटक हेलिकॉप्टर से आए, लेकिन उसके बाद उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी।
एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा बाबरी मस्जिद ध्वंस से पहले हेलिकॉप्टर से अमरकंटक आए थे, लेकिन उसके बाद उन्हें भी कुर्सी गंवानी पड़ी।
एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए हेलिकॉप्टर से अमरकंटक आए थे, लेकिन उसके बाद उन्हें कांग्रेस पार्टी से अलग होकर नई पार्टी बनानी पड़ी।
एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती सीएम रहते हुए 2004 में हेलिकॉप्टर से आई थीं। उसके बाद इन्हें भी कुर्सी गंवानी पड़ी। इसके बाद जब भी उमा अमरकंटक गईं तो सड़क मार्ग से।
हत्या से पहले यहीं पर उतरीं थीं इंदिरा गांधी
नमामि देवी नर्मदे नर्मदा सेवा यात्रा के समापन अवसर प्रधानमंत्री मोदी की 15 मई को मध्य प्रदेश दौरा प्रस्तावित है। मोदी का अनूपपुर में सभा को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसको लेकर मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह, पुलिस महानिदेशक ऋषिकुमार शुक्ला सहित अन्य आला अफसर अनूपपुर पहुंचे थे। यहां बताया गया था कि अमरकंटक में सर्किट हाउस के पीछे मोदी के लिए हेलीपेड नहीं बनाया जाए तथा न ही उनकी यहां सभा कराई जाए।ऐसी धारणा है कि वर्ष 1982 में इंदिरा गांधी के लिये यहीं पर हेलीपेड बनाया गया था, बाद में उनकी हत्या हो गई।