
कमल पटेल नर्मदा नदी में रेत के अवैध कारोबार के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। ना केवल हरदा बल्कि होशंगाबाद और देवास तक में रेत माफिया को उन्होंने अपने निशाने पर ले लिया है। स्वभाविक है, इसमें वो नाम भी हैं जो कांग्रेस लिया करती है। कुछ लोग सीएम शिवराज सिंह के रिश्तेदार भी हैं, हालांकि वो पार्टी के पदाधिकारी नहीं है। कमल पटेल ने पिछले दिनों एनजीटी में होशंगाबाद जिले में हो रहे अवैध रेत उत्खनन को रोकने को लेकर एक याचिका दायर की थी। याचिका दायर करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कमल पटेल ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदारों द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा है।
कमल पटेल के लड़के को हरदा कलेक्टर द्वारा जिला बदर करने पर भी कमल पटेल ने सीएम पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि सीएम के इशारे पर ही उनके लड़के के खिलाफ कार्रवाई की गई। हालांकि सरकार द्वारा हरदा कलेक्टर को हटाकर कमल पटेल के इस आरोप को बेबुनियाद साबित करने की कोशिश की गई। कमल पटेल ने बताया कि उनको अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है। अगर मिलेगा तो उसका वह उचित जवाब देंगे। हालांकि कमल पटेल ने पार्टी विरोधी कोई भी बयान सार्वजनिक मंच से देने के आरोपों को गलत बताया।