
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की जनसंख्या को कौशल सम्पन्न बनाकर इसे प्रदेश की ताकत बनाएंगे। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में कौशल सम्पन्न मानव संसाधन की जरूरत है। भारत हमेशा से ज्ञान और कौशल का देश रहा है। सीएम ने कहा कि यह कौशल सम्पन्न जनशक्ति का निर्माण कर मध्यप्रदेश को बदलने का मिशन है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अधोसंरचना को सशक्त किया गया है। नए ट्रेड शुरू किए गए हैं और सभी विभाग को कौशल विकास से जोड़ा गया है। आज आईटीआई में दो लाख सीटें उपलब्ध हैं। इन्हें भविष्य की जरूरतों के अनुरूप बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में संचालित आईटीआई को निर्देश दिए गए हैं कि वे पढ़ाई और प्रशिक्षण की गुणवत्ता को सुधारें।
भोपाल में ग्लोबल स्किल डेव्हलपमेन्ट सेंटर स्थापित होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में सिंगापुर के सहयोग से ग्लोबल स्किल डेवपलमेंट सेंटर की स्थापना की जाएगी। प्रदेश के 10 संभागीय आईटीआई को आदर्श संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा। -सीएम ने कहा आईटीआई एवं कौशल विकास के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को देश में नम्बर वन बनाया जाएगा। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को आदर्श संस्थानों के रूप में विकसित करने के लिए बजट की कोई कमी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा उन्होंने कौशल विकास को महायज्ञ बताते हुए कहा कि यह अभियान चार चरण में चलेगा। इसमें स्कूलों को आईटीआई से परिचित करवाया जाएगा और आईटीआई के शिक्षकों को स्कूलों में भी भेजा जाएगा, ताकि स्कूली बच्चे कौशल विकास का महत्व समझ सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल विकास और आईटीआई रोजगार प्राप्त करने के सबसे सशक्त माध्यम हैं। प्रदेश में औद्योगिक निवेश तेजी से आ रहा है और उद्योगों को स्किल्ड मेनपॉवर की जरूरत है। मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना की चर्चा करते हुए चौहान ने कहा कि इनमें आईटीआई प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।