भगवा गुस्से की आग, सफेद जिहादियों का कफन और हरा आतंकवाद से नफरत: गंभीर

नई दिल्ली। क्रिकेट खिलाड़ी गौतम गंभीर ने तिरंगे के 3 रंगों की नई व्याख्या की है। गौतम गंभीर ने लिखा है 'भगवा यानी गुस्से की आग। सफेद यानी जिहादियों के लिए कफन और हरा यानी आतंकवाद से नफरत।' गंभीर कश्मीर में सेना के जवान पर कश्मीरी युवकों द्वारा किए गए हमले वाले वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। गुस्से से भरे हुए खिलाड़ी गौतम गंभीर ने लिखा हमारे एक आर्मी जवान को मारे गए एक थप्पड़ के बदले 100 जिहादी मारे जाने चाहिए। गौतम ने गुरुवार को कुछ ट्वीट किए। गौतम ने एक ट्वीट में कहा- कश्मीर सिर्फ हमारा है। 

भूल गए तिरंगे का अर्थ 
दिल्ली रणजी टीम और आईपीएल टीम केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर ने तीन ट्वीट किए। एक में कहा- जवानों से बदसलूकी, मारपीट और गाली-गलौच का वीडियो वायरल हो रहा है। दूसरे में कहा- हमारे आर्मी जवान को मारे गए। हर थप्पड़ के बदले 100 जिहादियों को मार देना चाहिए। जिसको भी आजादी चाहिए, वो देश छोड़कर चला जाए। कश्मीर तो सिर्फ हमारा है। भारत विरोधी हमारे तिरंगे के तीन रंग का मतलब भूल गए? भगवा यानी गुस्से की आग। सफेद यानी जिहादियों के लिए कफन और हरा यानी आतंकवाद से नफरत।

सहवाग भी साथ
गंभीर के साथ उनके लंबे वक्त के ओपनिंग पार्टनर रहे वीरेंद्र सहवाग भी जवानों से हुई हरकत पर बेहद खफा हैं। सहवाग ने ये वीडियो शेयर करते हुए कहा- इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। आप हमारे सीआरपीएफ जवानों के साथ ऐसा नहीं कर सकते। अब ये बंद हो जाना चाहिए। ये बदतमीजी की हद है।

क्या दिख रहा है वीडियो में
दरअसल, पिछले दिनों श्रीनगर में बाइ-इलेक्शन हुआ। इस दौरान सेना और सीआरपीएफ के कुछ जवान इलेक्शन ड्यूटी पर जा रहे थे। तभी कश्मीर के कुछ युवा उनके पास आते हैं। ये लोग एक जवान से पहले बहस करते हैं। बाद में हाथापाई करते हैं, लेकिन जवान शांत रहते हैं। जबकि, जवान वर्दी में थे और हथियारों से लैस भी। एक युवा आर्मी जवान के बैक-पैक पर मुक्के मारता है। जवान का हेल्मेट दूर जा गिरता है। एक युवा तो जवान को लात भी मारता है। लेकिन जवान चूंकि इलेक्शन ड्यूटी पर जा रहे थे, इसलिए वो बिना जवाब दिए आगे बढ़ जाते हैं। वीडियो में गो-बैक इंडिया जैसे नारे भी सुनाई देते हैं।

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