
गौतम ने क्या कहा, इसे जानने से पहले उनकी नाराजगी की वजह जान लेना जरूरी है। दरअसल, पिछले दिनों श्रीनगर में बाइ-इलेक्शन हुआ। इस दौरान सेना और सीआरपीएफ के कुछ जवान इलेक्शन ड्यूटी पर जा रहे थे। तभी कश्मीर के कुछ युवा उनके पास आते हैं। ये लोग एक जवान से पहले बहस करते हैं। बाद में हाथापाई करते हैं, लेकिन जवान शांत रहते हैं। जबकि, जवान वर्दी में थे और हथियारों से लैस भी। एक युवा आर्मी जवान के बैक-पैक पर मुक्के मारता है। जवान का हेल्मेट दूर जा गिरता है। एक युवा तो जवान को लात भी मारता है। लेकिन जवान चूंकि इलेक्शन ड्यूटी पर जा रहे थे, इसलिए वो बिना जवाब दिए आगे बढ़ जाते हैं। वीडियो में गो-बैक इंडिया जैसे नारे भी सुनाई देते हैं।
जिसको आजादी चाहिए, वो देश छोड़ दे
दिल्ली रणजी टीम और आईपीएल टीम केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर ने तीन ट्वीट किए। एक में कहा- जवानों से बदसलूकी, मारपीट और गाली-गलौच का वीडियो वायरल हो रहा है। दूसरे में कहा- हमारे आर्मी जवान को मारे गए। हर थप्पड़ के बदले 100 जिहादियों को मार देना चाहिए। जिसको भी आजादी चाहिए, वो देश छोड़कर चला जाए। कश्मीर तो सिर्फ हमारा है। भारत विरोधी हमारे तिरंगे के तीन रंग का मतलब भूल गए? भगवा यानी गुस्से की आग। सफेद यानी जिहादियों के लिए कफन और हरा यानी आतंकवाद से नफरत।
सहवाग भी साथ
गंभीर के साथ उनके लंबे वक्त के ओपनिंग पार्टनर रहे वीरेंद्र सहवाग भी जवानों से हुई हरकत पर बेहद खफा हैं। सहवाग ने ये वीडियो शेयर करते हुए कहा- इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। आप हमारे सीआरपीएफ जवानों के साथ ऐसा नहीं कर सकते। अब ये बंद हो जाना चाहिए। ये बदतमीजी की हद है।