शराबी पति को पीटने के लिए मंत्री ने दुल्हनों को गिफ्ट दी मोगरी |

भोपाल। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत होने वाले सरकारी सामूहिक विवाह सम्मेलनों में मंत्री गोपाल भार्गव सुर्खियों में रहने का कोई ना कोई तरीका निकाल ही लेते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजरों में आने के लिए अपने बेटे और बेटी का विवाह इसी सम्मेलन में कराया था। इस बार शराबबंदी  का माहौल चल रहा है इसलिए उन्होंने नव विवाहिता दुल्हनों को मोगरी भेंट की है। इसके साथ कहा है कि यदि पति शराब पीकर आए तो इससे उसकी पिटाई कर देता। पुलिस बीच में नहीं आएगी। मंत्री ने ऐलान किया, अवैध ठेकों के अलावा शराब पीकर घर-परिवार तोड़ने वालों को पहले समझाएं और अगर न मानें, तो मोगरी का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि अगर पति भी शराब पीकर क्लेश करे, तो पहले उसे समझाएं और अगर न माने, तब भी मोगरी काम आएगी। 

अक्षय तृतीया पर शनिवार को प्रदेशभर में सैकड़ों शादियां हुईं, लेकिन सागर के गढ़ाकोटा में हुआ सामूहिक विवाह सम्मेलन फिर से मीडिया की सुर्खियों में आ गया है। प्रदेश के पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत 700 जोड़ों की शादी कराई। इस मौके पर घर-गृहस्थी का सामान देने के साथ-साथ दुल्हनों को मंत्री की तरफ से विशेषकर कपड़े धोने की मोगरी बांटी गईं। इन पर 'शराबियों से सुटारा(पीटने) हेतू भेंट' और 'पुलिस नहीं बोलेगी'! जैसे स्लोगन लिखे हुए थे।

गोपाल भार्गव ने नव दम्पति को आशीर्वाद देते हुए खासकर दुल्हनों से कहा कि,'अगर कहीं भी पान के ठेलों या गुमठियों में अवैध शराब बिकते दिखे, तो इस मोगरी का इस्तेमाल करें। अगर पति भी शराब पीकर क्लेश करे, तो पहले उसे समझाएं और अगर न माने, तब भी मोगरी काम आएगी।'

उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल, 2015 में मंत्री गोपाल भार्गव ने इसी सामूहिक विवाह सम्मेलन में अपने बेटे अभिषेक और बेटी डॉ. अवंतिका की भी शादी कराई थी। भार्गव के दामाद अमेरिका की एक कंपनी में इंजीनियर हैं। वहीं उनकी बहू शिल्पी आचार्य एक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी की बेटी है। भार्गव के मुताबिक, इसका मकसद खर्चीली शादियों से दूरी बनाना है।

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