
धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या 21 मार्च की शाम सरायढ़ेला स्थित उनके आवास के निकट कर दी गई थी। उनके साथ तीन अन्य लोग भी इस हमले में मारे गए थे। मरने वालों में नीरज सिंह के पीए, उनका बॉडीगार्ड और ड्राइवर शामिल था। सभी की मौत मौके पर ही हो गई थी। हमलावरों ने नीरज सिंह को 25 से अधिक गोलियां मारी थीं।
सिंह मेंशन की 24 घंटे हो रही थी निगरानी
धनबाद पुलिस पिछले कई दिनों से भाजपा विधायक संजीव सिंह के आवास सिंह मेंशन की 24 घंटे निगरानी कर रही थी। उनके आवास के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात थे। बढ़ती पुलिस निगरानी देख सोमवार को बड़ी संख्या में विधायक समर्थक उनके आवास सिंह मेंशन पहुंचे थे। हत्याकांड के बाद से विधायक लगातार अपने घर में ही रहे।
हत्याकांड में गिरफ्तार सभी आरोपी विधायक के बेहद करीबी
नीरज सिंह हत्याकांड में अबतक पुलिस ने जितने भी आरोपियों को अरेस्ट किया है, वे सभी विधायक संजीव सिंह के बेहद करीबी रहे हैं। बिहार से गिरफ्तार डब्लू मिश्रा ने पूछताछ में पुलिस को कई जानकारियां दी हैं। डब्लू मिश्रा ने ही धनबाद के कुसुम विहार में शूटरों को किराए का मकान दिलवाया था। डब्लू मिश्रा विधायक का करीबी रहा है। हत्याकांड से एक दिन पहले ही वो धनबाद से भाग गया था और बिहार में जाकर छिपा हुआ था। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक विधायक संजीव सिंह के निजी बॉडीगार्ड ने यूपी से शूटरों को बुलाया था। विधायक के एक अन्य बॉडीगार्ड धनजी सिंह ने ही शूटरों के ठहरने के लिए डब्लू मिश्रा को किराए का घर खोजने के लिए कहा था। इन्ही शूटरों ने पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या की थी। हत्या में शूटरों ने एके 47, कारबाईन और पिस्टल का इस्तेमाल किया था।
बदला लेने के लिए किया नीरज का मर्डर
पुलिस को दिए बयान में डब्लू मिश्रा ने कहा है कि झरिया विधायक संजीव सिंह को नीरज सिंह मर्डर से जुड़ी हर एक जानकारी पहले से थी। डब्लू ने बताया कि पिछले दिनों विधायक के करीबी रंजय सिंह का मर्डर हुआ था। इस मर्डर में पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह का नाम उछला था। इसके बाद ही रंजय की हत्या का बदला लेने के लिए नीरज सिंह की हत्या कर दी गई। विधायक के लोगों ने ही पैसे देकर यूपी से शूटरों को बुलाया था। शूटरों को किराए का घर और बाइक भी सिंह मेंशन के ही लोगों ने मुहैया कराए थे। नीरज सिंह मर्डर में अबतक जिन तीन लोगों को जेल भेजा गया है उनमें संजय, धनजी और पिंटू शामिल हैं। ये तीनों विधायक के बेहद करीबी रहे हैं। तीनों की संलिप्तता के पुख्ता साक्ष्य पुलिस के पास हैं।