
प्राप्त खबर के अनुसार, हज़ारों की संख्या मे सरकारी फ़ाइलें फाड़ी गई हैं। आश्ंका जताई जा रही है कि इनमें ऐसी फाइलें हो सकती हैं जिनसे सरकारी कामकाज मे धांधली का खुलासा हो जाता। तमाम फ़ाइलें फाडकर लखनऊ सचिवालय की मेन बिल्डिंग के गलियारें में फेंकी गईं। बोरों मे भरकर फेंकी गईं फाइलें और दस्तावेज।
सुबह से ही, जैसे रुझान आने शुरू हुए, सचिवालय में हलचल शुरू हो गई। जैसे जैसे भाजपा की जीत सुनिश्चित होती गई, अधिकारियों ने हजारों फाइलें एकजुट कर लीं और जैसे ही यह फाइनल हुआ कि सपा का सूपड़ा साफ हो गया है, फाइलों को फाड़ने का क्रम शुरू हो गया। चौंकाने वाली बात यह है कि चुनाव नतीजों के ऐलान से पहले ही फाइलें बर्बाद की जा चुकीं थीं।