
गौरतलब है कि सात मार्च 2015 को केके मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा मामले में सीएम और उनके परिवार पर घोटाला करने का आरोप लगाया था। इस मामले में मिश्रा ने सीएम शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह को टारगेट किया था। इसके बाद गुस्साए सीएम शिवराज सिंह ने केके मिश्रा के खिलाफ परिवाद दायर किया।
मामला अब शिवराज सिंह के बयानों के लिए रुका हुआ है। एक के बाद एक लगातार 3 बार वो कोर्ट की तय तारीख पर बयान दर्ज कराने उपस्थित नहीं हुए। चौथी बार भी उन्होंने उपस्थिति होने में असहमति जताई और नई तारीख की मांग की। कोर्ट ने 3 अप्रैल की तारीख तय की है।