
व्यापम से फ़ोन पर पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि संशोधन विभाग के कहने पे किया गया है। ऐसे में जब फॉर्म भरने की अंतिम तिथि निकल चुकी है और सात दिन बाद परीक्षा होनी है व्यापम एवं संबधित विभाग की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। इससे ना केवल अभ्यार्थियों को फीस का आर्थिक नुकसान हुआ है बल्कि वह मानसिक रूप से भी आघात हुआ है।
तो क्या व्यापम ने अधिक से अधिक फॉर्म भरवाने के लिए ही 2800 ग्रेड का लालच दिया था। व्यापम के इस कदम से अभ्यार्थी अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं मामला तमाम फार्मासिस्ट संघटनो ने संज्ञान में लेकर कड़ी अप्पत्ति दर्ज कराने की बात कही है।