
सीएम शिवराज सिंह ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, "संदिग्ध लखनऊ और कन्नौज के थे। उन्हें अपने काम को अंजाम देकर लखनऊ ही लौटना था। उनके पास जो एक्सप्लोसिव्स मिले हैं, उन पर लिखा है- 'आईएसआईएस- हम भारत में हैं'। उन्होंने ट्रेन में बम फिट करने की तस्वीर सीरिया में बैठे अपने सरगनाओं को भेजी। इससे साबित होता है कि वे आईएसआईएस से जुड़े हुए थे।
टाइमर भी लगाया था
शिवराज से ये भी बताया, "आतंकियों ने बम बनाने का पूरा मेकैनिज्म इंटरनेट से सीखा। इसके बाद उन्होंने ब्लास्ट करने की ट्रेनिंग ली। पाइप बम को अपर बर्थ में रखा गया था। उन्होंने 2 घंटे में बम फटने के लिए बाकायदा टाइमर भी लगाया था। चूंकि बम अपर बर्थ पर था, इसके चलते नुकसान कम हुआ। हमारी एटीएस सेंट्रल एजेंसियों से लगातार कॉन्टैक्ट में थी। इसके चलते मास्टरमाइंड अतीक मुजफ्फर, मोहम्मद दानिश और सैयद मीर हुसैन को पकड़ लिया गया है।