गुडीपड़वा, नवरात्रि: कथा, शुभ मुहूर्त, पूजा विधान एवं राशिफल

चैत्र प्रतिपदा से हिंदु नव वर्ष का प्रारम्भ होता है नव हिंदु वर्ष का शुभारम्भ होने जा रहा है। इस वर्ष सम्वत 2074 की शुरुआत कॊ लेकर कुछ विद्वानों मॆ संशय की स्तिथि है कुछ लोग 28 मार्च कॊ गुडी पडवा मना रहे है तथा कुछ लोग 29 तारीख कॊ। किसी भी त्योहार कॊ मनाने के लिये तिथि निर्धारण के लिये धर्म सिंधु का स्पष्ट मत है की सूर्योदय के पश्चात जो तिथि रहती है उस दिन वही तिथि मानी जाती है चाहे वह तिथि सूर्योदय के पश्चात कुछ पल ही क्यों न हो।इस वर्ष 28 मार्च कॊ अमावस्या तिथि सुबह 8'30 तक है इसिलिये नव वर्ष प्रतिपदा तथा गुडीपडवा का त्योहार 29 तारीख कॊ ही मनाया जायेगा। उज्जैन तथा काशी के धर्म आचार्यों का भी यही मत है। इस वर्ष नव वर्ष की शुरुआत बुधवार के दिन हो रही है इसीलिये इस वर्ष का राजा बुध ग्रह होगा।

वर्ष का राजा बुध होने का फल
इस वर्ष साधारण नाम सम्वत्सर है वैघर्ति योग है वर्ष का राजा बुध है। वर्ष का राजा बुध होने से वित्तीय तथा व्यापारिक दृष्टिकोण से यह वर्ष अच्छा जायेगा। देश मॆ सरकार के स्थिर रहने से विश्वास का माहौल रहेगा। व्यापारी वर्ग प्रसन्न रहेगा। व्यापारिक गतिविधियों मॆ तेजी आयेगी।

घट स्थापना मुहूर्त
29 मार्च कॊ घट स्थापना मुहूर्त 11'40 से 12,30 दोपहर तक रहेगा। यह समय अभिजित मुहूर्त का है इस समय की गई घट स्थापना आपको मनोनुकुल सफलता दिलायेगी।

नवरात्रि व्रत तथा महत्व
चैत्र प्रतिपदा से ही ब्रम्हा जी ने सृष्टि का आरम्भ किया था एक तरह से यह सृष्टि (संसार) का जन्म दिन है। इस दिन से सृष्टि मॆ शक्ति का संचार होना प्रारम्भ हो जाता है। चैत्र मास के नौ दिनो मॆ नौ प्रकार की शक्ति का आविर्भाव होता है जो जातक इन नौ दिनो मॆ खानपान मॆ संयम व्रत पूजा पाठ करता है उसके अंदर दिव्य शक्तियों का उदय होता है।

भगवान राम तथा नवरात्रि
इस नवरात्रि के पश्चात नौवें दिन भगवान श्री राम का जन्म होता है इस समय सूर्य भगवान अपनी उच्च राशि की ओर होते है इस कारण संसार के सभी प्राणी इस समय विशेष ऊर्जावान होते है। जो इस रहस्य कॊ नही जानते वो इसका लाभ नही उठा पाते लेकिन जो जानते है वो अपने आपको इस समय व्रत उपवास व संयम द्वारा खुद कॊ चार्ज कर लेते है। प्रभु श्री राम का दिन नौवें दिन उसी तरह होता है जैसे नौ माह पूर्ण करने पर पूर्ण शिशु का जन्म होता है। प्रभु राम नौ प्रकार की शक्तियों का समुच्चय है तथा सर्वशक्तिमान परब्रम्हा है।

नौ दिनो मॆ क्या करें
ये नौ दिन नौ शक्तियों के उदय तथा परमशक्ति श्रीराम के अभ्युदय के है इन नौ दिनो मॆ घर मॆ रामायण,रामचरितमानस तथा रामरक्षा स्त्रोत का पाठ करना चाहिये। कुछ लोग दुर्गा सप्तशती का पाठ करते है या पंडित द्वारा करवाते है यदि आपका उच्चारण शुद्ध न हो तो इसे खुद नही करना चाहिये अन्यथा अनर्थ हो सकता है। इसकी जगह रामचरितमानस राम नाम का उच्चारण विशेष फलदायी है।

सभी राशियों के लिये नया वर्ष
*मेष*-यह वर्ष आपके लिये विशेष सफलता दायक है राज्यकृपा का योग।रोजगार नौकरी मॆ वृध्दि व सफलता का योग।नवीन व्यापार के लिये श्रेष्ठ समय।वरिष्ठ व्यक्तियों की कृपा होगी।कुल मिलाकर समय आपके लिये अति उत्तम है समय का लाभ उठायें।
*वृषभ*-आपको यह वर्ष सामान्य फल देगा। कर्मक्षेत्र मॆ आनेवाली रुकावटों कॊ संयमपूर्वक हल करें। आर्थिक क्षेत्र मॆ सोच समझकर कार्य करें। निवेश तथा नई योजनाओं मॆ पैसा निवेश के लिये समय ठीक नही। जुलाई के पश्चात अच्छे परिणाम मिलेंगे।
*मिथुन*-यह वर्ष आपके लिये विशेष रूप से भाग्यवर्धक रहेगा।कर्मक्षेत्र से भाग्यशाली सहयोग मिलेगा।नवीन कार्यों के लिये उत्तम समय।परिवार मॆ मांगलिक कार्यों का योग।कुल मिलाकर इस राशि के लिये समय अत्यंत अनुकूल है।
*कर्क*-इस राशि वालों के लिये समय मध्यम फलदायी है।शत्रुओं का नाश होगा।कोर्ट कचहरी के कार्यों मॆ सफलता मिलेगी।भाग्यपक्ष प्रबल रहेगा।आर्थिक कार्यों मॆ जोखिमपूर्ण कार्यों से दूर रहें।
*सिंह*-इस राशि वालों का समय जुलाई के पश्चात सुधरेगा।वर्तमान समय नौकरी तथा परिवार दोनो के दृष्टि से ठीक नही।विद्यार्थियों कॊ शिक्षा मॆ विशेष एकाग्रता का परिचय देना होगा।
*कन्या*-इस राशि वालो कॊ यह वर्ष मिलाजुला असर देगा।कर्मक्षेत्र मॆ  चुनौतीपूर्ण परिस्थितयों का संयमपूर्वक मुकाबला करें।परिवार मॆ मांगलिक कार्यों का योग।धन योग उत्तम।
*तुला*-उत्तम समय समाज मॆ मान सम्मान की वृद्धि होगी।रोग,बीमारी,शत्रु का नाश होगा।आर्थिक क्षेत्र मॆ श्रेष्ठ सफलता का योग।नवीन कार्यों मॆ अच्छी सफलता प्राप्त होगी।
*वृश्चिक*-शिक्षा व सामजिक क्षेत्रों मॆ अच्छी सफलता का योग।सम्पत्ति बढ़ने के योग।आर्थिक कार्यों मॆ अच्छी सफलता प्राप्त होगी।परिवार मॆ मांगलिक कार्यों का योग।कुल मिलाकर समय ठीक है इसका लाभ लें।
*धनु*-कार्यभार की वृध्दि होगी।विशेष श्रम करना पड़ेगा।परिवार व्यापार मॆ जटिल समस्यायों का निदान करना पड़ेगा।जीवनसाथी तथा सहयोगियों से मतभेद दूर करें।जुलाई के पश्चात अच्छे कार्य होंगे।
*मकर*-इस वर्ष विशेष भागदौड़ यात्रा आदि के योग किसी व्याधि का निराकरण होगा।शत्रु पस्त होंगे।खर्च पर नियंत्रण रखें।निवेश आदि से दूर रहें।
*कुम्भ*-श्रेष्ठ समय,आमदनी के स्त्रोत अच्छा लाभ देंगे।रोजगार व्यापार आदि मॆ नवीन कार्यों के योग।निवेश आदि के लिये उत्तम समय।अवसर का लाभ लें।
*मीन*-श्रेष्ठ समय,मान सम्मान की वृध्दि होगी।नये कार्यों का योग।कार्यक्षेत्र मॆ पदोन्नति के योग।विवादित प्रकरणों का निपटारा होगा।महत्वपूर्ण कार्यों कॊ अगस्त के पहले पूर्ण करेंगे तो अच्छी सफलता मिलेगी।
*पंडित चंद्रशेखरनेमा"हिमांशु"*
    9893280184
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