
आतंकी हमलों की कलई खोलते हुए होदा ने बताया कि भारत में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान से उसे लगातार निर्देश मिल रहे थे। उसने बताया, भारत में खासकर बिहार में ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों को निशाना बनाया जाना था। रेल पटरियों पर धमाकों की साजिश के बारे में भी उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए।
होदा ने बताया, उसे रेल की पटरियों को बम धमाकों से उड़ाकर ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने का आदेश मिला था। शमसुल होदा ने पुलिस से कहा, 'आतंक के इस खेल में मुझसे भी कई बड़े-बड़े लोग शामिल हैं। इस दौरान उसने पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों पर भी खुलकर बात की।
गौरतलब है कि पिछले साल कानपुर में हुए रेल हादसे में तकरीबन 150 लोग मारे गए थे। वहीं दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए थे। इस रेल हादसे में नेपाल मूल के आईएसआई एजेंट शमसुल होदा का नाम सामने आया था। होदा नेपाल से चुनाव भी लड़ चुका है और उसका नेपाल में एक रेडियो स्टेशन भी है।
कानपुर रेल हादसे के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने होदा को पकड़ने की कवायद तेज कर दी थी। सुरक्षा एजेंसियों की कोशिश रंग लाई और दुबई से शमसुल होदा को गिरफ्तार कर लिया गया। बीते शनिवार होदा को दुबई से नेपाल लाया गया। भारतीय खुफिया एजेंसी आईबी, रॉ और एनआईए की टीम पहले से ही नेपाल में मौजूद थीं।
नेपाल और भारतीय जांच एजेंसियों के दबाव में ही उसे दुबई से काठमांडू डिपोर्ट किया गया। फिलहाल होदा से सुरक्षा एजेंसियां की पूछताछ जारी है। सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी होदा से पूछताछ में कई और अहम खुलासे होने की उम्मीद जता रहे हैं। साथ ही आईएसआई एजेंट शमसुल होदा को जल्द भारत लाने की कवायद भी तेज कर दी गई है।