
आरोप लगाने के बाद पहली बार मंगलवार को पीड़िता मीडिया के सामने आई और सनसनीखेज बयान देते हुए कहा कि निखिल प्रियदर्शी के संबंध बड़े IPS अधिकारियों से थे और उनकी बदौलत वह पुलिस से अब तक बच रहा है। पीड़िता ने डीजीपी पीके ठाकुर के बेटे प्रत्युष ठाकुर को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं और कहा है कि प्रत्युष ठाकुर की वजह से निखिल प्रियदर्शी और ब्रजेश पांडे पर कार्रवाई नहीं हो रही है।
इसके अलावा कई आईपीएस अधिकारियों से भी निखिल प्रियदर्शी और ब्रजेश पांडे के संबंध हैं जिसकी बदौलत वह अब तक बच रहा है। पीड़िता ने कहा कि निखिल प्रियदर्शी और ब्रजेश पांडे मिलकर उसे यातनाएं देते थे। रस्सी से बांधकर पीटा जाता था और निखिल परिदर्शी के परिजन उसे मदद करते थे। पीड़िता ने दाहिने हाथ पर वह निशान भी दिखाएं।
वहीं, इस पूरे मामले पर बिहार के डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा है कि मामले की जांच सीआईडी कर रही है। इसे लेकर सियासत भी तेज हो गई है। बीजेपी ने ब्रजेश पर कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही ब्रजेश पांडे के पार्टी से निकालने की मांग की है।