
क्या कहती है ज्योतिष
दरअसल, चुनाव की घोषणा, पर्चा दाखिली की तारीखें, प्रचारक की कालावधि और परिणाम की घोषणा वाले दिन आकाशमंडल में गृह नक्षत्रों की स्थिति काफी भिन्न भिन्न बन रहीं हैं। यह बहुत कम होता है। ज्यादातर चुनाव एक ही गृह के प्रभाव में पूरे हो जाते हैं। ऐसे हालात में एक आंधी चलती है जो अंत तक बनी रहती है। चुनाव परिणाम भी वैसे ही आते हैं, जैसी सभाओं में भीड़ थी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
11 मार्च 2017 को जब मतगणना व चुनाव परिणाम की घोषणा होगी उस समय चंद्र राहु का ग्रहण योग चल रहा होगा। सूर्य और चंद्र दोनों राहु केतु की गिरफ्त तथा ग्रहण योग के प्रभाव में होंगे। उस समय दिनभर केतु का नक्षत्र होगा जो उस समय विशेष रूप से प्रभावी होगा केतु आकस्मिक और अनुमान से परे होने वाली घटनाओं के कारक है। इसलिये इस दिन चुनाव के सम्बन्ध में कोई अनुमान पूर्वानुमान से परे रहकर शांति से इस दिन का आनंद ले क्योंकि इस दिन कुछ भी हो सकता है।