
घटना की पुष्टि पश्चिम बंगाल में हावड़ा जिले के तेहत्ता हाई स्कूल के प्रभारी शिक्षक उत्पल मलिक ने उलूबेरिया पुलिस स्टेशन को एक पत्र लिखकर की है। इसमें बताया गया है कि किस तरह कट्टरपंथियों ने स्कूल परिसर में स्कूल प्रबंधन से अनुमति लिए बिना जबरन 13 दिसंबर को नबी दिवस (पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन) मनाया। जबरदस्ती स्कूल परिसर में घुसे बाहरी तत्वों ने छात्रों और शिक्षकों के साथ हाथापाई की और स्कूल इमारत के ऊपर हरा इस्लामी फहराया।
स्कूल अनिश्चितकाल के लिए बंद
7 दिनों तक स्कूल बंद रहने के बाद फिर खुला। हिंदू संगठनों का कहना है कि नबी दिवस मनाये जाने के आश्वासन के बाद ही स्कूल फिर से खुल सका। प्रशासन व स्कूल प्रबंधन के साथ इस्लामी समूहों की बैठक के बाद नवी दिवस को मनाये जाने को लेकर समझौता हुआ, तब जाकर स्कूल की इमारत से इसलामी झंडा हट सका। मानसिक तनाव के चलते स्कूल के हेडमास्टर उत्पल मलिक ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया।
इधर हिंदू संगठन भी लगातार मोर्चे पर डटे हुए हैं। तनापूर्ण हालात के चलते माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पश्चिम बंगाल की ओर से जिला निरीक्षक, माध्यमिक शिक्षा, हावड़ा ने अपने आदेश क्रमांक 38 डी दिनांकित 2017/01/29 संस्थान को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया। स्कूल में पढ़ रहे बच्चे परीक्षा फार्म नहीं भर पाए।
छात्राओं पर लाठीचार्ज
आज तेहत्ता स्कूल के छात्रों ने स्कूल परिसर में परंपरागत सरस्वती पूजा करने की मांग की। यह पूजा 1952 से लगातार होती रही है। स्कूल प्रबंधन ने जब इसकी अनुमति नहीं दी तो हिंदू छात्रों और स्थानीय लोगों ने आज दोपहर स्कूल के पास एनएच 6 को अवरुद्ध कर दिया। इस पर भारी संख्या में पुलिसबल ने इन बच्चों पर निर्मम लाठी चार्ज किया, जिसमें छोटी छोटी बच्चियां भी गंभीर रूप से घायल हो गईं।
छात्राओं का बयान देखने के लिए यहां क्ल्कि करें