'रेनकोट' मामले में बैकफुट पर BJP: राजनाथ बोले आपने गलत मतलब निकाल लिए

लखनऊ। संसद में मोदी ने 'रेनकोट' वाला बयान देकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की खिल्ली तो उड़ा ली लेकिन बाद में भाजपा को समझ भी आ गया कि सभाओं में तंज कसना और संसद में खिल्ली उड़ाना काफी अंतर रखता है। अत: अब भाजपा बैकफुट पर आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री की संसद में "रेनकोट" संबंधी टिप्पणी पर कहा कि मनमोहन सिंह का सभी सम्मान करते हैं। प्रधानमंत्री ने उनकी अवमानना नहीं की, बल्कि यूपीए सरकार में भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर यह साफ किया था कि इतने आरोप लगने के बावजूद मनमोहन पर दाग नहीं लगा। कांग्रेस ने जरूर इसका गलत मतलब निकाला।

राजनाथ ने शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रेनकोट के मसले को अनावश्यक तूल देने की जरूरत नहीं है। छोटी-छोटी बातों के अर्थ नहीं निकाले जाने चाहिए अन्यथा नोटबंदी को मनमोहन सिंह ने बड़ा सुनियोजित अपराध बताया था। सोचिये यह बात कहां तक जा सकती है।

उन्होंने बसपा, सपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। भाजपा की सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा कि बसपा हारी हुई लड़ाई लड़ रही है। वह सांप्रदायिक आधार पर वोट मांग रही है जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। राजनाथ ने कहा कि समाज को बांटकर हम राजनीति नहीं कर सकते लेकिन बसपा और सपा के लोग यही कर रहे हैं। 

सपा ने खुद अपनी कमजोरी स्वीकार कर ली इसीलिए कांग्रेस से गठबंधन किया है। यह कमजोर लोगों का अवसरवादी गठबंधन है। एक सवाल पर गृह मंत्री ने कहा कि दाऊद को लाने के लिए पाकिस्तान को सारे दस्तावेज भेजे हैं और उसे लाने का प्रयास जारी है।

घोषणापत्र के वादों को दुहराते हुए गृह मंत्री ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनने पर निष्पक्ष भर्तियां होंगी। कोई गुंडा अपने सीने के बटन खोलकर नहीं घूम पाएगा। एनसीआरबी के आपराधिक आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि आंकड़े झूठे नहीं होते।

मुख्यमंत्री से भाजपा ने फिर पूछे सवाल 
भाजपा ने प्रतिदिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से एक सवाल पूछने का सिलसिला शुरू किया है। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और सांसद भूपेन्द्र यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री से कैराना पलायन और गन्ना किसानों की समस्या पर जवाब मांगा है। यादव ने कहा कि सीएम जवाब दें कि उनके पांच साल के शासन में कैराना पलायन या गन्नों की समस्या के समाधान के लिए कभी इनके बीच गए और मुलाकात या प्रवास किया।

भाजपा ने किया पूर्व विधायक का निष्कासन 
भाजपा ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण बिजनौर के पूर्व विधायक इंद्रदेव सिंह को छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। बिजनौर की बढ़ापुर सीट पर अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ इंद्रदेव के चुनाव लड़ने के कारण उन पर यह कार्रवाई पार्टी ने की है।

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