नई दिल्ली। किसी भी नेता के लिए यह सबसे शर्मनाक क्षण होता है जब वो किसी आमसभा को संबोधित करने जा रहा हो और वहां पर जनता ही ना हो। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के साथ पुणे में ऐसा ही हुआ। वो जब सभा स्थल पर पहुंचे तो मंच के सामने खाली कुर्सियां रखीं थीं। उन्होंने कुछ देर तक जनता का इंतजार किया। जब कोई नहीं आया तो तिलमिलाते हुए रैली रद्द की और आगे बढ़ गए।
फडणवीस को पुणे नगर निगम चुनाव के वास्ते अपने प्रचार अभियान के अंतिम चरण के तहत तिलक रोड पर न्यू इंग्लिश स्कूल ग्राउंड में चुनाव रैली को संबोधित करना था। मतदान 21 फरवरी को है। निर्धारित समय दो बजे सभास्थल पर पहुंचने पर उन्होंने पाया कि रैली में बहुत कम लोग पहुंचे हैं और ज्यादातर कुर्सियां खाली हैं। उन्होंने कुछ देर लोगों के एकत्र होने की प्रतीक्षा की और उसके बाद रैली को बिना संबोधित किये हुये रवाना हो गये।
महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनावों में भाजपा के प्रचार अभियान की अगुवाई करने वाले फडणवीस समीप के पिंपरी चिंचवाड इलाके के लिए रवाना हो गए जहां उन्हें एक और चुनावी सभा को संबोधित करना था। उन्होंने बाद में ट्वीट किया, ‘‘मैंने रैली के समय के बारे में गलतफहमी के चलते अपनी जनसभा रद्द कर दी है। मुझे उसका अफसोस है। पिंपरी चिंचवाड जा रहा हूं।’’