नई दिल्ली। हिंदी में एक मुहावरा है 'आये थे हरि भजन को ओटन लगे कपास' भावार्थ यह कि एक भला काम करने के लिए कदम बढ़ाया था परंतु सब बेकार हो गया। मोदी के खेल मंत्री विजय गोयल के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। उन्होंने ट्वीटर पर 'दंगल गर्ल' जायरा की खुले हृदय से तारीफ की थी लेकिन जायरा ने उन्हे जो टका सा जवाब दिया। गोयल सर भी भौंचक्क रह गए।
हुआ यूं कि मंत्री विजय गोयल ने एक प्रदर्शनी में लगी एक तस्वीर को पोस्ट किया, जिसमें बुर्का पहनी हुई एक महिला को दिखाया गया है। और एक महिला पिंजरे में कैद है। तस्वीर के साथ ही उन्होंने लिखा, ‘‘यह पेंटिंग जायरा वसीम की तरह की कहानी कहती है। पिंजरा तोड़कर हमारी बेटियां बढ़ने लगी हैं आगे।’’ इसके साथ ही उन्होंने जायरा को भी टैग कर दिया।
क्यों लिखा यह सब
फिल्म दंगल के बाद जायरा वसीम की अदाकारी की काफी तरीफ की गई। हालात यह बने कि उसे कश्मीर का रोल मॉडल बता दिया गया। उधर कश्मीर के हालात कुछ और ही हैं। अलगाववादी जायरा से नाराज हो गए। उनकी दहशत जायरा पर साफ दिखाई दी। उसने बिना किसी का नाम लिखे फेसबुक पर माफी नामा लिखा और कहा कि मैं कश्मीर की रोल मॉडल नही हूं। बस फिर क्या था। सारा बॉलीवुड और राजनेता जायरा के समर्थन में आ गए। कश्मीर सरकार को जायरा की सुरक्षा का वचन देना पड़ा। लोग जायरा में एक बहादुर हिंदुस्तानी लड़की को देख रहे हैं जो अलगाववादियों से मुकाबला कर रही है। शायद इसी भावना के चलते मंत्री विजय गोयल ने ट्वीटर पर कुछ शब्द लिखे।
जायरा ने दिया चौंकाने वाला जवाब
जायरा को यह पोस्ट पसंद नहीं आया और उन्होंने लिखा, ‘‘विजय गोयल सर, पूरे सम्मान के साथ मैं कहना चाहूंगी कि मैं इससे सहमत नहीं हूं। मैं आपसे आग्रह करती हूं कि आप मुझे इस तरह के अभद्र चित्रण से ना जोड़े।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हिजाब सुंदर और आजाद होते हैं।’’ जायरा ने कहा, ‘‘विजय गोयल सर, इस पेंटिंग में जिस कहानी को चित्रित किया गया है, उसका दूर-दूर तक मेरे से कोई लेना-देना नहीं है।’’
गोयल ने अपनी भावनाएं समझाईं
गोयल ने तत्काल अपने ट्वीट का बचाव करते हुए लिखा, ‘‘आपने गलत समझा। मैंने आपके कार्य की सराहना की और कहा कि बुराई वाले पितृसत्तात्मक विचारों को हतोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आप अब तक समझ नहीं पायी हैं। खैर, आपको शुभकामनाएं। मैं आपके कार्य की सराहना करता हूं। आशा है हम जल्द मिलेंगे और बातचीत करेंगे।’’