
जीवन बीमा पर ज्यादा बोझ
वर्तमान समय में सबसे सस्ता माने जाने वाले टर्म रेगूलर प्लान में पहले साल कमीशन दो फीसदी है जो बढ़कर 40 फीसदी हो जाएगा। इसी तरह सिंगल प्रीमियम वाले टर्म प्लान में कमीशन दो से बढ़कर 7.5 फीसदी हो जाएगा। हालांकि, निवेश से जुड़ी बीमा पॉलिसी पर कमीशन को दो फीसदी पर ही रखने का फैसला किया गया है।
रिन्यू कराना भी महंगा
पॉलिसी को हर साल रिन्यू कराना पड़ता है। अब हर साल इसके लिए 7.5 फीसदी की मानक दर से कमीशन लगेगा। जबकि वर्तमान में इसके लिए दूसरे और तीसरे साल 7.5 फीसदी एवं उसके बाद पांच फीसदी कमीशन लगता था। वहीं रेगुलर टर्म प्लान के मामले में 10 फीसदी कमीशन लगेगा। इंडिया फस्र्ट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के सीएमडी आर.एम. विशाखा का कहना है कि इससे पॉलिसी बीच में खत्म होने की संख्या घटेगी।
स्वास्थ्य बीमा में दोगुना बढ़ा
नए नियमन के अनुसार स्वास्थ्य बीमा में सामान्य बीमाधारकों के मामले में कमीशन 15 से 17.5 फीसदी के बीच होगा। वर्तमान में सरकारी बीमा कंपनियां 7.5 फीसदी कमीशन एजेंट को देती हैं। हालांकि, नियोक्ताओं द्वारा दिए जाने वाले समूह बीमा में अधिकतम कमीशन 7.5 फीसदी रहेगा।
क्रेडिट लिंक्ड स्वास्थ्य बीमा
इरडा ने स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी में नई श्रेणी की पॉलिसी देने और उसके लिए कमीशन भी तय कर दिया है। अब कर्ज की गारंटी वाली पांच साल की क्रेडिट लिंक्ड स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी भी मिलेगी। आपके स्वास्थ्य के आधार पर कर्ज के जोखिम की गारंटी होगी। कमीशन अधिकतम 15 फीसदी होगा।