
लाहौर में सोमवार रात को मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात उद दावा के सरगना हाफिज सईद समेत पांच लोगों को नजरबंद कर दिया गया। नजरबंद होने के बाद सोशल मीडिया पर सईद ने एक वीडियो जारी किया है। वीडियो में हाफिज ने पीएम मोदी के साथ-साथ डोनाल्ड ट्रंप पर भी जमकर हमला बोला है। हाफिज सईद के कथित ट्विटर हैंडल @AmeerJamatDawah पर कई वीडियो डाले गए हैं। इन वीडियो में हाफिज सईद पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कह रहा है कि भारत सरकार के दबाव में ही पाकिस्तान ने उसे नजरबंद किया है। वीडियो में हाफिज की तरफ से कथित तौर पर यह दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान में कहीं भी उसके खिलाफ FIR दर्ज नहीं की गई है।
अमेरिका के आगे गिड़गिड़ाया हाफिज
वीडियो में हाफिज सईद कह रहा है कि, 'अमेरिका का नया राष्ट्रपति ट्रंप मोदी से दोस्ती निभाना चाहता है इसी के चलते पाकिस्तान पर दबाव डाला जा रहा है।' हाफिज ने यह भी कहा कि उसका अमेरिका के साथ कोई झगड़ा नही है, उसका झगड़ा तो भारत के साथ है कश्मीर मुद्दे को लेकर।
बिलावल भुट्टो ने अमेरिका को दी धमकी
उधर, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने अमेरिका की यात्रा पर प्रतिबंध लगाए गए मुस्लिम बहुल राष्ट्रों की सूची में अपने देश को शामिल करने की संभावना के खिलाफ ट्रंप प्रशासन को चेताया कि इस तरह का कदम दोनों देशों के बीच ‘‘वैमनस्य’’ उत्पन्न करेगा. बिलावल ने यह टिप्पणी ऐसे समय में दी है जब व्हाइट हाउस उन सात मुस्लिम बहुल देशों की सूची में विस्तार करने पर विचार कर रहा है जिनके नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर 90 दिन के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंने कहा, जहां तक प्रतिबंध का संबंध है तो मुझे लगता है कि जिन देशों को इसमें शामिल किया गया है इसका उन पर हानिकारक प्रभाव पड़ेगा और अगर इसमें पाकिस्तान को शामिल किया जाएगा तो यह कदम वैमनस्य उत्पन्न करेगा. वह इस सवाल पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि क्या उन सात देशों की सूची में पाकिस्तान को भी शामिल किया जा सकता है जिनके नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर 90 दिन की रोक संबंधी शासकीय आदेश पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह हस्ताक्षर किए थे.
बिलावल ने कहा कि इस तरह की सूची में पाकिस्तान को शामिल करने से यह नकारात्मक संकेत जाएगा कि अमेरिका उन आदर्शों से दूर जा रहा है, जिनके लिए यह खड़ा रहता था उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर बहुत अनिश्चितता है कि भविष्य की नीति क्या होगी और वह यह देखना चाहेंगे कि अमेरिका का आगे का रुख क्या होता .
मस्जिद-ए-कदसिया चौबुरजी में बंद है हाफिज
जमात उद दावा का प्रमुख भी हाफिज सईद ही है. सईद के संगठन के अनुसार पंजाब सरकार के गृह विभाग ने सईद की नजरबंदी का आदेश जारी किया और लाहौर पुलिस ने चौबुरजी स्थित जमात-उद-दावा मुख्यालय पहुंचकर इस आदेश को क्रियान्वित किया. जमात-उद-दावा के पदाधिकारी अहमद नदीम ने बताया कि सईद ‘मस्जिद-ए-कदसिया चौबुरजी’ में है और बड़ी संख्या में पुलिस बल ने जेयूडी मुख्यालय को घेर रखा है. नदीम ने कहा, ‘पुलिस अधिकारी ने हमें बताया कि उसके पास जेयूडी प्रमुख को नजरबंद करने का आदेश है जिसे पंजाब के गृह विभाग ने जारी किया है.’
अमेरिकी प्रतिबंधों से डरकर हुई कार्रवाई
पंजाब सरकार ने यह कदम उस वक्त उठाया गया है जब ट्रंप प्रशासन की ओर से आतंकवाद को लेकर कदम उठाने का दबाव बढ़ा है. अमेरिका ने इस्लामाबाद से स्पष्ट कह दिया है कि जेयूडी और सईद के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में पाकिस्तान को प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है. जेयूडी लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन है. लश्कर 2008 के मुंबई हमले सहित कई आतंकवादी घटनाओं के लिए जिम्मेदार है. संयुक्त राष्ट्र ने जून, 2014 में जेयूडी को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था.
पाकिस्तान के अखबार द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के कई दिनों बाद प्रतिबंधों की चेतावनी आई है. जमात-उद-दावा को अमेरिका ने 2014 में आतंकी संगठन घोषित कर दिया था. भारत द्वारा मुंबई में हुए आतंकी हमलों में हाफिज सईद की संलिप्तता के तमाम सबूत दिए जाने के बावजूद भी सालों से वह पाकिस्तान में स्वतंत्र रूप से रहता रहा है.