
घबराकर बाहर की तरफ भागी। वह भी पीछे लपका। उससे बचने के लिए मैंने बाहर निकलते ही दरवाजे की कुंदी लगा दी। वह अंदर से दरवाजे खट खटाता रहा। मैंने दौड़कर पहली मंजिल पर बहू को सबकुछ बताया। उसके बाद पुलिस ने आकर आरोपी को पकड़ लिया।'
एक चोर के खिलाफ साहस दिखाने वाली 55 वर्षीय कविता गुरवानी पति गुरमुख दास ने बताया वे एलआईजी-23 मोती क्वार्टर, टीलाजमालपुरा में ग्राउंड फ्लोर पर रहती हैं, जबकि फर्स्ट फ्लोर पर बेटा-बहू रहते हैं। मंगलवार रात करीब पौने 9 बजे वे अपनी बहू से मिलने गई थी। पांच मिनट बाद ही लौटने पर बदमाश घर में घुसा मिला।
पलंग के पास चुपचाप खड़ा था चोर
मौके पर पहुंची पुलिस ने बदमाश को आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद पुलिसकर्मी बड़ी ऐहतियात से कुंदी खोलते हुए अंदर दाखिल हुए, तो चोर पलंग के पास चुपचाप खड़ा था। पुलिसकर्मी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ टीला और गौतम नगर थाने के वारंट लंबित थे।